..तो घटिया निर्माण के लिए बदला जा रहा एस्टीमेट!
शहर के मुहल्ला अशराफ टोला में निकाय की ओर से कराया जा रहा है इंटरलॉकिग का निर्माण डीएम ने जांच कराई तो घटिया निर्माण की हुई थी पुष्टि
हरदोई : वाह रे व्यवस्था। घटिया निर्माण जनता को सौंपे जाने के लिए अब एस्टीमेट में ही बदलाव किया जा रहा है। ताकि ठेकेदार की ओर से कराए जा रहे घटिया निर्माण को सरकारी और कागजी तौर हरी झंडी दी जा सके। नगर पालिका परिषद की ओर से शहर के मुहल्ला अशराफ टोला में सिनेमा रोड से घंटाघर को जोड़ने वाले मार्ग पर इंटरलॉकिग लगवाई जा रही है। सिनेमा रोड से काम शुरू हुआ तो जिलाधिकारी पुलकित खरे ने सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता वाली तकनीकी टीम से जांच कराई। जांच में निर्माण घटिया और नीचा होने की पुष्टि हुई।
नगर पालिका परिषद की ओर से मुहल्ला अशराफ टोला में डामरीकृत मार्ग को इंटरलॉकिग में निर्मित कराए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई। वहीं अमृत योजना के तहत पाइप लाइन डलवाए जाने से डामरीकृत मार्ग की खोदाई हुई तो मार्ग को दोबारा से बनाने की जिम्मेदारी भी संबंधित फर्म की ही थी। बताते हैं कि नगर पालिका परिषद के जिम्मेदारों ने इंटरलॉकिग निर्माण के नाम पर अमृत योजना का काम देख रही फर्म को बिना काम कराए ही समझौता के तहत एनओसी भी जारी कर दी।
वहीं नगर पालिका परिषद की ओर से इंटरलॉकिग निर्माण के लिए डामरीकृत मार्ग के साथ ही बेस को भी उखडवा दिया गया। जिससे इंटरलॉकिग नीची हो गई। डीएम के निर्देश पर हुई जांच में सिटी मजिस्ट्रेट जंग बहादुर यादव और जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के सहायक अभियंता राजेश कुमार सिंह भदौरिया ने पाया कि निर्माण कार्य में इंटरलॉकिग के बेस में पत्थर डलवाए ही नहीं जा रहे हैं। निर्माण घटिया होने के साथ ही जलभराव की आशंका भी जाहिर की गई। निकाय की ओर से जांच के लिए एस्टीमेट ही संशोधित कराया जा रहा है। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी रविशंकर शुक्ला का कहना है कि एस्टीमेट संशोधित कराया गया है, क्या लागत आएगी स्पष्ट नहीं है।