मनरेगा संविदा कर्मियों को मिलेगा ईपीएफ का लाभ
-ग्राम्य विकास आयुक्त ने व्यवस्था पालन की अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी कार्मिकों को प्राप्त कराए जाएंगे यूएएन सेवा प्रदाता को जमा करनी होगी अंश राशि
हरदोई : मनरेगा के संविदा एवं ऑउट सोर्सिंग कर्मियों को अब ईपीएफ इंप्लाइ प्राविडेंट फंड का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। ग्राम्य विकास विभाग के आयुक्त ने कर्मियों को ईपीएफ का लाभ दिलाए जाने की जिम्मेदारी जिलों के अधिकारियों को सौंपी है। ईपीएफ के लिए कर्मियों को यूएएन भी प्राप्त कराए जाएंगे।
आयुक्त के हवाले से अपर आयुक्त योगेश कुमार की ओर से सभी जिलों के अधिकारियों को ईपीएफ के संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि मनरेगा के संविदा एवं ऑउट सोर्सिंग से लगे कर्मियों में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, एकाउंटेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर, तकनीकी सहायक और ग्राम रोजगार सेवक को ईपीएफ का लाभ दिलाया जाना है। ईपीएफ की कटौती विकास खंड स्तर से से मानदेय का आकलन करते हुए की जाएगी। कहा है कि कुल मानदेय की 12 फीसद अंश राशि कार्मिक के मानदेय से कटौती की जाएगी, जबकि 13 फीसद राशि नियोक्ता व सेवा प्रदाता कंपनी को यूएएन में जमा करानी होगी। अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी के खाते में सात हजार, एकाउंटेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं तकनीकी सहायक के खातों में 2800-2800 रुपये और ग्राम रोजगार सेवक के खातों में 1500 रुपये कुल ईपीएफ राशि प्रतिमाह जमा कराई जाएगी। इसके लिए प्रत्येक कर्मचारी को यूएएन जारी होगा। इसी में राशि जमा कराने के साथ ही प्रत्येक माह की 11 तारीख को कटौती और जमा का प्रमाण-पत्र मुख्यालय को उपलब्ध कराना होगा। श्रम एवं रोजगार उपायुक्त प्रमोद सिंह चंद्रौल का कहना है कि ईपीएफ संबंधी आदेश प्राप्त हो गया है। सभी कार्यक्रम अधिकारियों को कटौती एवं जमा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।