यहां पर्याप्त हैं ऑक्सीजन सिलिंडर, उखड़ती सांसों का बन रहे सहारा
हरदोई कोरोना संक्रमण के दौरान हाल में जिले में अभी तक किसी की ऑक्सीजन की कमी से मौत
हरदोई : कोरोना संक्रमण के दौरान हाल में जिले में अभी तक किसी की ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है। जिला अस्पताल से लेकर कोविड सेंटर लेवल टू तक पर्याप्त ऑक्सीजन की व्यवस्था है, लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं। जिनके परिवार में कभी किसी मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता हुई और उन्हें समय से मिल गई। जिससे मरीज की जान बच गई।
कोरोना संक्रमण जब बढ़ता है तो मरीज को ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, ऐसे में उसे वेंटीलेटर पर रखा जाता है। ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए किल्लत भी शुरू हो गई है। हालांकि जिले में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है कि किसी मरीज की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई हो, लेकिन कई बार उखड़ती सांसों को सिलिंडर की ऑक्सीजन से सामान्य किया गया। कोविड सेंटर लेवल टू में अभी तक 348 संक्रमितों को भर्ती किया गया है। जिसमें से 289 संक्रमित कोरोना मुक्त होकर घर जा चुके हैं। सांस लेने में दिक्कत पर मरीज को लगाई जाती है ऑक्सीजन : कोविड सेंटर लेवल टू में गंभीर मरीजों के लिए वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। जैसे ही मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है तो उसे स्वास्थ्य कर्मी ऑक्सीजन लगा देते हैं और उसके बाद पल्स ऑक्सीमीटर से चेक करते रहते हैं। जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट बना शोपीस : जिला अस्पताल में एक करोड़ से अधिक की लागत से ऑक्सीजन प्लांट बनाया गया था और सभी वार्डाें के पलंग तक प्वांइट भी लगाए गए। जब कोई अधिकारी जांच करने आया तो ऑक्सीजन प्लांट चलाया गया और इसके बाद मरीजों को ऑक्सीजन हमेशा सिलिडर से ही दी गई। रोजाना दो ऑक्सीजन सिलिडरों की इमरजेंसी कक्ष में खपत हो जाती है। बोले जिम्मेदार : कोविड सेंटर लेवल टू में अधिकतर ऐसे संक्रमित ही आते हैं, जिन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में उन्हें ऑक्सीजन समय-समय पर दी जाती है। अभी तक 289 संक्रमित स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।
डॉ. मनोज श्रीवास्तव, प्रभारी कोविड सेंटर लेवल टू