1096 रोजगार सेवक अब भी 'एमएमएस' से दूर
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हरदोई : मनरेगा योजना को पारदर्शी बनाने के लिए एमएमएस (मोबाइल मॉनीटरिग सिस्टम) शुरू किया गया है। पर अब तक 1096 ग्राम रोजगार सेवकों का न तो रजिस्ट्रेशन हो पाया है और न ही एप्लीकेशन इंस्टाल हो पाया है। अभी भी कार्यक्रम अधिकारियों की मांग पर ई-मस्टर रोल जारी करने के साथ ही ब्लॉक में कंप्यूटर ऑपरेटर के माध्यम से ही अपलोड कराए जा रहे हैं।
एमएमएस एप्लीकेशन पर ग्राम रोजगार सेवक की ओर से वर्क आइडी एवं ई-एमआर क्रमांक अंकित कर ऑनलाइन ई-एमआर फीडिग प्रक्रिया पूरी कराई जानी है। दरअसल, कार्यस्थल पर रोजगार पाने वाले श्रमिकों की हाजिरी, ग्रुप फोटो एवं काम करते हुए की फोटो को भी ऑनलाइन उपलब्ध कराना है। ई-एमआर के पूर्ण होते ही ग्राम रोजगार सेवक की ओर से कार्यक्रम अधिकारी की लॉग इन पर भेज दिया जाएगा। फिर ई-एमआर पर लेखाकार एवं कार्यक्रम अधिकारी की ओर से भुगतान की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।
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210 रोजगार सेवकों का पंजीयन :
जिले में 1306 में से अभी तक 210 ग्राम रोजगार सेवकों की ओर से एमएमएस एप्लीकेशन पर रजिस्ट्रेशन कराया गया है। विकास खंड सुरसा में अभी तक एक भी डिवाइस का रजिस्ट्रेशन का नहीं हुआ है। जबकि अहिरारी में छह, बावन में 21, बेंहदर में नौ, भरावन में 10, भरखनी में आठ बिलग्राम में 16, हरियावां में 10, हरपालपुर में आठ, कछौना में नौ, कोथावां में 15, माधौगंज में 13, मल्लावां में पांच, पिहानी में 15, सांडी में पांच, संडीला में 34, शाहाबाद में नौ, टड़ियावां में 10 और टोडरपुर में सात डिवाइस पंजीकृत हुई हैं।
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सभी कार्यक्रम अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह ग्राम रोजगार सेवकों के मोबाइल नंबर की आइएमईआइ एवं मोबाइल नंबर को मनरेगा वेब पोर्टल पर रजिस्टर्ड कराते हुए आइडी एवं पासवर्ड प्राप्त करते हुए व्यवस्था को प्रभावी बनाएं।
-पीके सिंह चंद्रौल, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार