परिवारों की खुशियां छीन रहे हादसे
-साल दर साल बढ़ते जा रहे हादसे -किसी की उजड़ जाती मांग तो किसी के घर का बुझ जाता चिराग
हरदोई: हादसे परिवारों की खुशियां छीन रहे हैं। खबर में शामिल दो हादसे तो महज समझाने के लिए हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। आंकड़े बताते हैं कि बीमारियों या अन्य तरह से मरने वालों की तुलना में हादसों में मरने वालों की संख्या कई गुनी है।
वैसे तो हादसे पूरे साल होते रहते है, लेकिन सर्दियों में संख्या बढ़ जाती है। ट्रैक्टर ट्राली तो सड़कों पर काल बनकर दौड़ती हैं। ऐसा कोई दिन नहीं जाता है, जब उनसे कोई हादसा न होता हो। कोहरों में कहीं कोई बाइक सवार टकरा जाता है तो कहीं कोई कार ट्राली में घुस जाती है। यही नहीं ओवरलोड वाहन भी हादसों का एक बहुत बड़ा कारण हैं। जिले में हो रहे हादसों में देंखे तो सबसे ज्यादा घटनाओं में यहीं तीन कारण रहते हैं।
क्षमता से अधिक सवारियां बन रही हादसों का कारण
सड़कों पर दौड़ रहे डग्गामार वाहनों में सबसे ज्यादा घटनाएं पिकअप डाला, टेंपों और मैजिक से हो रही हैं। इतनी सवारियां बैठा ली जाती हैं कि कभी-कभी चालक नियंत्रण तक खो देता है। सामने कोई वाहन आने पर या तो मैजिक, टेंपो खुद पेड़ या वाहन से घुस जाता है या किसी को कुचल देता।
-केस एक: संडीला कोतवाली क्षेत्र के आसू सराय तिराहे के पास ट्रक की टक्कर से बाइक सवार मामा-भांजा दीपक और देवेंद्र की मौत हो गई। दोनों ही अपने परिवार का एक मात्र सहारा थे, हादसे के बाद पूरा परिवार बिखर गया।
-केस दो: पिहानी कोतवाली क्षेत्र के बूड़ागांव के पास वैन की टक्कर से बाइक सवार मां सुषमा और बेटे भास्कर की मौत हो गई। मां-बेटे की एक साथ मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया।
पिछले तीन साल में हुए हादसों पर एक नजर
वर्ष------सड़क हादसों की संख्या------घायलों की संख्या----मृतकों की संख्या
2017-----629----------------347------------------318
2018-----775----------------373-------------------414
2019-----795-------------- 400-------------------374
2020---764--------------390-----------------------383 (15 नवंबर तक) वर्ष 2020 में अभी तक किस वाहन से कितने हुए हादसे
-ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से कुचलने से---185
-अनियंत्रित बाइकों की भिड़ंत-110
-खाई में पलटी कार--35
-ट्रक, बस या डीसीएम भिड़ंत- 12
-ट्रक या बस से कुचलकर बाइक सवार की मौत-72
-कोहरे में घोड़ा-तांगा या अन्य में किसी के टकराने-55
अन्य हादसे--295