दीपावली पर पूजन कर भइयादूज पर लगाया टीका
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हरदोई: रूसी इंजीनियर नतलिया स्तर्कोवा उर्फ नतासा व उसकी दोस्त याना के दिल में हरदोई छा गई। दोनों ने दीपावली का खूब आनंद लिया। खुद पूजन कर दीपक जलाए, पटाखे दगाए। याना तो भारतीय संस्कारों की दीवानी हो गई। बिदी और सिदूर ही नहीं पैरों में महावर लगाया और विधिवत पूजन कर मंगलवार को भइयादूज पर टीका लगाया। मंगलवार को दोनों दोस्त चली तो गईं, लेकिन जाते समय नतासा की आंखे बोल रहीं थी कि उसने दिल में क्या छाप बनी। बोली उसकी जिदगी का सबसे कीमती पल रहा।
हरदोई शहर के सरायथोक पश्चिमी निवासी अभिनव द्विवेदी की फेसबुक फेंड रूस के मॉस्को निवासी इंजीनियर नतलिया स्तर्कोवा उर्फ नतासा तो भारतीय सभ्यता की दीवानी हो गई है। 2013 से हर साल आने वाली नतासा इस बार दीपावली मनाने के लिए अपनी दोस्त याना के साथ आई थी। नतासा तो कई बार आ चुकी थी लेकिन याना के दिल में तो पहली बार में ही भारतीय सभ्यता और संस्कृति छा गई। रविवार की रात दोनों ने अभिनव के घर पर परिवारजनों के साथ पूजन किया और फिर दीपक भी जलाए। दोनों गणेश लक्ष्मी जी की आरती में खो सी गईं। अभिनव बताते हैं कि मुहल्ले के सभी लोगों से वह मिलीं। मंगलवार को भइयादूज पर याना ने पैरों में महावर लगाया। फिर उनके भाई अंकुर को टीका लगाया। अंकुर ने 100 रुपये दिए तो बोली जिदगी में यह कभी खर्च नहीं करेंगे। यह उनकी जिदगी का सबसे कीमती उपहार है। मंगलवार को जाते समय नतासा सभी से मिली और कहा कि उसे भारत और खासकर हरदोई ने जो दिया है, वह आज तक नही मिला था। अगली बार फिर आने का वादा कर दोनों विदा हो गईं।