बीडीसी प्रत्याशी के पिता को मतदान केंद्र से खींचकर पीटा, मौत
हत्या का आरोप शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के पेढ़हता में हुई घटना पुलिस बोली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार होगी कार्रवाई
शाहाबाद (हरदोई): कोतवाली क्षेत्र के पेढ़हता गांव में बीडीसी प्रत्याशी के पिता की मतदान केंद्र के बाहर संदिग्ध हालात में मौत हो गई। प्रत्याशी ने विरोधियों पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पहले वोट डालने से मना किया और फिर पिता को पीट दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। एएसपी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
पेढ़हता निवासी रामसरन का पुत्र अरविद कुमार बीडीसी का चुनाव लड़ रहा है। अरविद का कहना है कि गुरुवार को पिता रामसरन मतदान करने के लिए गए थे। जहां पर मतदान को लेकर विरोधी पक्ष के मोनू और गोपाल ने रोक लिया। अरविद का आरोप है कि दोनों लोग पिता को खींच कर गांव के पूरब की ओर ले गए और लात घूसों से पीटना शुरू कर दिया, जिससे वह घायल हो गए। घटना के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। आनन-फानन में वह लोग उन्हें लेकर सीएचसी ले गए, जहां पर चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों से घटना के संबंध में जानकारी ली। अरविद ने मोनू और गोपाल पर हत्या का आरोप लगाया है, कोतवाल शिवशंकर सिंह का कहना है कि शुरुआती जांच में आरोप लगत लग रहे हैं। एएसपी कपिल देव सिंह ने बताया कि मृतक के शरीर पर कहीं कोई चोट या खरोच का निशान तक नहीं है। हां आरोप को ध्यान में रखते हुए पोस्टमॉर्टम कराया गया है।
मतपेटी में पानी डालने का प्रयास, एक घंटा बंद रहा मतदान
: हरदोई : शाहाबाद के जूनियर हाईस्कूल मतदान केंद्र शाहपुरनाऊ पर प्रत्याशियों और समर्थकों ने हंगामा किया। पुलिस कर्मियों पर एक प्रत्याशी विशेष के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया। पुलिस द्वारा खदेड़ने के प्रयास से भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ और प्रत्याशियों ने मतपेटियों को छीनने और मतपेटी में पानी डालने का प्रयास किया। मतपेटी में पानी डाले जाने और आरोप को लगाकर प्रत्याशियों ने मतदान का बहिष्कार शुरू करा दिया। करीब एक घंटे तक मतदान बंद रहा। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समझा-बुझाकर मामला शांत कराया और मतदान शुरू कराया।
शाहपुरनाऊ में प्रधान पद के लिए नौ प्रत्याशी मैदान में हैं। बूथ संख्या 221 पर पीठासीन अधिकारी द्वारा बैलेट पेपर के पीछे लगाई गई मोहर चुनाव चिह्न पर लग गई और जिसे देखकर कुछ प्रधान प्रत्याशियों व बूथ एजेंट ने एक प्रत्याशी विशेष के समर्थन का आरोप लगाया। बूथ पर ग्रामीण एकत्र हो गए और बवाल करने लगे। भीड़ देखकर अनहोनी की आशंका पर कार्मिकों ने अंदर से दरवाजे बंद कर लिए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बताया कि समर्थकों में मारपीट भी हुई। प्रत्याशियों और भीड़ ने बूथ संख्या 220 और 221 की मतदान पेटियों में पानी डालने का प्रयास किया। जोनल मजिस्ट्रेट ने बताया कि प्रधान पद के प्रत्याशियों में नागेंद्र प्रताप सिंह, अंकुर प्रताप सिंह, राजेश कुमार, अभिनव, रामखेलावन एवं अविनाश कुमार को केंद्र पर ही बिठा लिया गया है, जबकि विमलेश, सतीश और आलोक मौके से फरार हो गए हैं।