जंगली जानवर की आहट वन कर्मियों ने की कांबिग
हरदाई कोथावां में गोमती के किनारे जंगली जानवर की आहट पर वन विभाग की टीम ने कांबिग की। फिलहाल न तो कोई जंगली जानवर दिखा और न ही पग चिह्न मिले। टीम ने किसानों से जानकारी हासिल करने के साथ सुरक्षा व आत्मरक्षा की जानकारी दी।
हरदाई: कोथावां में गोमती के किनारे जंगली जानवर की आहट पर वन विभाग की टीम ने कांबिग की। फिलहाल न तो कोई जंगली जानवर दिखा और न ही पग चिह्न मिले। टीम ने किसानों से जानकारी हासिल करने के साथ सुरक्षा व आत्मरक्षा की जानकारी दी।
कोथावां कस्बे से चार किलोमीटर पर सीतापुर के ग्राम ग्वालाहरी है। गांव में पहुंचने के लिए सीतापुर के सदना थाना पुलिस को नाव का सहारा लेना पड़ता है। कोतवाली बेनीगंज क्षेत्र के नदी किनारे के ग्राम मझिया, टिकूरी, मढि़या के लोगों में जंगली जानवर को लेकर दशहत है। वन रक्षक रामचंद्र वर्मा ने बताया कि भवानीपुर के कालिका मंदिर व सैफूखेड़ा के जाने वाले मार्ग पर पिजड़ा रखवाया गया है। पिजड़ा में बकरी को बंद कर उसकी निगरानी कराई जा रही है। वहीं ग्रामीणों को जंगली जानवर की आहट पर सतर्क रहने को कहा गया है। खेतों में झुंड बनाकर काम करने और बच्चों को देर शाम से बाहर न खेलने के प्रति जागरूक किया गया है। जहां पर जंगली जानवर होने की आशंका जाहिर की जा रही है, वहां पर कई दिनों से न तो जानवर दिखा है और न ही कोई पग चिह्न मिले हैं।