बीईओ बोले, बीएसए ने की फर्जी नियुक्ति तो हम क्यों दर्ज कराएं एफआइआर
आडियो वायरल होने पर बीएसए ने बीईओ पर कार्रवाई के लिए लिखा
हरदोई : शासन फर्जी अध्यापकों पर एफआइआर दर्ज कर वसूली का आदेश दे रहा है, लेकिन जिले में बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारियों के बीच एफआइआर फंसी हुई है। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से फर्जी अंक पत्रों के आधार पर नौकरी करने वाले 16 अध्यापकों में पांच के खिलाफ लिपिक ने एफआइआर दर्ज करा दी, लेकिन 11 का मामला फंसा है। बेंहदर के बीईओ ने तो बीएसए को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है। बीईओ का आडियो वायरल होने पर बीएसए ने उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है।
16 फर्जी अध्यापकों पर एफआइआर दर्ज कराने का मामला सात माह से लटका पड़ा है। लिपिक प्रवीन मिश्र ने पांच के खिलाफ कोतवाली शहर में एफआइआर दर्ज कराई। उस समय तो बीईओ बच गए लेकिन अब 11 फर्जी अध्यापकों के खिलाफ एफआइआर के लिए बीएसए ने बीईओ को आदेश जारी किया है, तो बीईओ न केवल पीछे हट रहे हैं, बल्कि बेंहदर के बीईओ आरपी भार्गव ने तो बीएसए को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। बीईओ का वायरल हुए आडियो के अनुसार उनका कहना है कि फर्जी नियुक्ति बीएसए ने की तो हम एफआइआर क्यों दर्ज कराएं। उनका कहना है कि बीएसए और उनके बाबू फर्जी अध्यापकों के कागज अपने पास रखे बैठे हैं, उन्हें कोई कागज नहीं दिए। एफआइआर दर्ज कराने का उनके पास आधार क्या है। कोर्ट में हाजिर होना पड़ेगा। शुक्रवार को बीईओ के वायरल हुए आडियो को बीएसए ने अनुशासनहीनता मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा को लिखा है। बीएसए के अनुसार शासनादेश के अनुसार बीईओ को फर्जी अध्यापकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का आदेश दिया था, लेकिन वह अनुशासनहीनता कर रहे हैं। जिसका आडियो वायरल हुआ है।