नकल की खत्म हुई आस, छात्रों का बढ़ा विश्वास
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हरदोई : बोर्ड परीक्षा के समय नकल पर शिकंजा कसा, तो जिले में पास होने की उम्मीद लगाए बाहरी परीक्षार्थियों ने किनारा करना शुरू कर दिया। इससे बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में तेजी से गिरावट हुई, लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होता दिख पढ़ाई के लिए बाहर जाने वाले विद्यार्थी का जिले में ही विश्वास बढ़ गया। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कक्षा 9 और 11 में पंजीकरण कराने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि संख्या मात्र 1,490 पंजीकरण बढ़ा है, पर भविष्य के लिए अच्छा संदेश है।
जिला कभी नकल का गढ़ रहा, तो जिले के साथ आसपास के जिला ही नहीं गैर प्रांतों के छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए आते थे। इसकी शुरुआत कक्षा 9 और 11 के पंजीकरण कराने के समय से होने लगती। छात्र-छात्राएं कक्षा नौ व 11 में पंजीकरण कराते। फिर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होते। वर्ष 2017 में बदले निजाम ने बोर्ड परीक्षा में नकल पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। इससे नकल माफिया का सिस्टम गड़बड़ा गया, तो बाहरी परीक्षार्थियों का जिले से मोह भंग होने लगा। जिसका परिणाम यह हुआ कि पंजीकरण एक दम कम हो गया, लेकिन अब वर्ष 2019-20 में कक्षा 9 में 54,846 और 11 के 39,943 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 1,490 छात्र-छात्राएं अधिक है। पिछले वर्ष यानि वर्ष 2018-19 में कक्षा 9 व 11 के 93,299 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था, जो हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 2020 की परीक्षा में शामिल होंगे, लेकिन कक्षा नौ, 11 में पंजीकरण बढ़ने से अगली बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ जाएगी।