सरकार अपना रही किसानों के लिए दमनात्मक रवैया : सरोज दीक्षित
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हरदोई : भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज दीक्षित ने कहा कि सरकार के सारे दमनात्मक व शोषणात्मक कानून जिस तरीके से किसानों पर लागू हो रहे हैं। उससे किसान त्राहिमाम कर रहा है। इसके खिलाफ 18 दिसंबर को आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे।
नहर विभाग के डाक बंगले में आयोजित पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार, शासन व प्रशासन उन किसानों का शोषण कर रही है। जो राष्ट्र का अन्नदाता है और सर्दी, गर्मी, बरसात में अपने शरीर को तपाकर अनाज का उत्पादन करता है। ऐसे अन्नदाता को सम्मान, सुविधा देने के बजाय उस पर दमनात्मक रवैया अपनाया जा रहा है।
प्रदूषण फैलाने के नाम पर किसान तो केवल फसल का अवशेष ही जलाता है, लेकिन इससे इतर केमिकल फैक्ट्री, भट्ठा, वाहनों आदि से 90 प्रतिशत प्रदूषण जहर उगलता है। पतित पावनी गंगा में जो प्रदूषण किया जा रहा है, उससे गंगा जहरीली हो रही हैं, लेकिन सरकार की नजर ऐसे प्रदूषण फैलाने वालों पर नहीं पड़ती। केवल किसानों पर जुर्माना कर प्रताड़ित किया जा रहा है। किसान यदि अवशेष जलाता है तो उसका उद्देश्य तत्काल अगली फसल का उत्पादन कर देश को अनाज के भंडारों से भर देना है। जो स्थित प्याज की है यही भविष्य में गेहूं, धान, गन्ना की भी हो सकती है। क्योंकि परेशान किसान ने यदि अनाज का उत्पादन करना बंद कर दिया तो देश की अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो जाएगी। वार्ता के दौरान भारतीय कृषक दल के पदाधिकारी सोनेलाल अवस्थी, जितेंद्र सिंह चौहान, कौशल किशोर, ललित गुप्ता, सर्वेश पांडे, सोनेलाल अवस्थी, कौशल कुमार सिंह मौजूद रहे।