415 किसानों की थी 58.67 लाख जमापूंजी
-साधन सहकारी समिति मिनी बैंक मंसूरनगर में हुआ गबन -संचालक मंडल और सचिवों ने खाद वेतन और ऋण के नाम पर जमा राशि कर दी खर्च
हरदोई : मंसूरनगर साधन सहकारी समिति मिनी बैंक में गबन की गई 58.67 लाख रुपये 415 किसानों ने जमा किए थे। किसानों की जमापूंजी को बैंक के संचालक मंडल और सचिवों ने खाद, ऋण और वेतन के नाम पर खर्च कर दिए। जांच में खुलासे के बाद से संलिप्त लोगों में खलबली है, वहीं जमाकर्ताओं में अपनी जमापूंजी को लेकर चिता सताने लगी है।
मंसूरनगर मिनी बैंक में वर्ष 2013-18 के मध्य संचालक मंडल के प्रस्ताव पर सचिवों ने किसानों की जमापूंजी को मनमाने ढंग से खर्च किया है। सहकारिता के सहायक आयुक्त डॉ. पीके शुक्ला ने मामले की शिकायत पर तीन सदस्यी समिति से जांच कराई गई। जांच में वर्तमान सचिव मिश्रीलाल के साथ पूर्व सचिव रामदयाल एवं बृजेंद्र पाल यादव को दोषी पाया गया। जबकि जिला सहकारी बैंक पिहानी शाखा के प्रबंधकों की पर भी दोष सिद्ध हुआ है। वर्तमान सचिव की सेवा समाप्त करने की जिम्मेदारी साधन सहकारी समिति की अध्यक्ष मुन्नी देवी को सौंपी गई है। जबकि अन्य सचिवों पर विभागीय कार्रवाई की तैयार की जा रही है।
शाखा प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जिला सहकारी बैंक के महाप्रबंधक सचिव को लिखा गया है। वहीं गबन की गई राशि की समयावधि में संचालक मंडल के प्रस्तावों की भी जांच कराई जाएगी। ताकि संचालक मंडल के निर्णय पर सचिवों ने यह सब किया है या फिर मनमाने ढंग से जमाकर्ताओं की राशि को हड़पा गया है। पूरे मामले की विस्तृत जांच के बाद कार्रवाई के दायरे में और भी कई लोगों के आने की आशंका है।
किसान कल्याण मिशन के तहत ब्लाकों पर छह को लगेंगे मेला
: हरदोई : किसान कल्याण मिशन के तहत सभी विकास खंडों पर छह जनवरी को मेला और गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। मेला में कृषि विभाग के साथ ही अन्य विभागों की योजनाओं और कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए जाएंगे और लाभार्थीपरक योजनाओं में पात्रों को लाभांवित किया जाएगा।
सीडीओ निधि गुप्ता वत्स ने विकास खंडवार मेलों के आयोजन के लिए नोडल और पर्यवेक्षणीय अधिकारियों को नामित किया है। बताया कि किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए किसानों को नवीन तकनीकी और परंपरागत खेती पद्धति की जानकारी दी जाएगी। अधिकारियों को अलर्ट किया कि मुख्यमंत्री किसी भी विकास खंड में पहुंचकर मेला का जायजा ले सकते हैं। मेले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई जाएगी और उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। किसानों के अभियान चलाकर किसान क्रेडिट कार्ड बैंकों से समन्वय बनाते हुए जारी कराए जाएंगे।
बताया कि खंड विकास अधिकारियों को संबंधित विकास खंड का नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जबकि जिला स्तरीय अधिकारियों को पर्यवेक्षणीय अधिकारी बनाया गया है। पर्यवेक्षणीय अधिकारी अपनी रिपोर्ट अलग से उपलब्ध कराएंगे।