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सुबह घरों में हुआ पूजन, रात में किया होलिका दहन

जागरण टीम हापुड़ जिले में होली पूजन रविवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 07:38 PM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 07:38 PM (IST)
सुबह घरों में हुआ पूजन, रात में किया होलिका दहन
सुबह घरों में हुआ पूजन, रात में किया होलिका दहन

जागरण टीम, हापुड़ :

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जिले में होली पूजन रविवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही हजारों महिला श्रद्धालुओं की भीड़ नगर के श्री चंडी मंदिर के बाहर स्थित श्री शिव मंदिर पर लगी रही। यहां महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की। महिलाओं ने व्रत रखकर होली के स्थलों पर जाकर गीत गाए। बच्चों ने मेले में खरीदारी करने के साथ ही व्यंजनों का लुफ्त उठाया। इससे पहले घरों में हनुमान जी की पूजा-अर्चना हुई। रात में होलिका दहन के बाद लोगों ने जौ के बाल भूनकर एक -दूसरे को दिए और गले मिलकर होली की बधाई दीं।

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जनपद में छह सौ से अधिक स्थानों पर हुआ होलिका दहन -

सुबह से ही महिला श्रद्धालुओं की भीड़ श्री चंडी देवी मंदिर पर लगनी शुरू हो गई थी। गोबर से बने उपले और बुरकले के साथ पहुंची महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर होलिका दहन के लिए उपलों का ढेर लगा दिया। चंडी मंदिर पर सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम थे। सीओ, कोतवाली प्रभारी ने सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।

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रात में हुआ होलिका दहन

लोगों ने परिक्रमा करने के बाद होलिका का दहन किया और उसमें जौ की बाल भूनी। इसके बाद एक-दूसरे को जौ के बाल देकर होली की शुभकामनाएं दीं। देर रात तक लोगों का होली की शुभकामनाएं देने का सिलसिला चलता रहा। होलिका मैया का पूजन किया।

गढ़मुक्तेश्वर: होली के उपलक्ष्य में महिलाओं ने उपवास रखा और परंपरागत मंगल गीतों के बीच होलिका मैया का पूजन किया। रविवार को ही महिलाओं ने अपने घरों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए और उपवास रखा। अधिकांश महिलाओं ने गंगा स्नान करने के बाद समूह के रूप में वैदिक रीति-रिवाज से होली का पूजन किया। इस दौरान महिलाओं ने भक्त प्रह्लाद और होलिका मैया से जुड़े परंपरागत मंगल गीत भी गाए। बच्चों ने घर-घर जाकर गोमाता के गोबर से बने बुरकले फेंके, जिन्हें होली के अवसर पर बेहद शुभ माना जाता है। रंग और अबीर गुलाल के साथ होली खेलते हुए बच्चों ने एक-दूसरे के घरों में जाकर भक्त प्रह्लाद की कथा भी सुनाई।


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