गर्भवती महिलाओं और शारीरिक अक्षम कार्मिकों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखने की मांग
जागरण संवाददाता हापुड़ उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ हापुड़ ने जिला निर्वाचन अधिकारी
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ हापुड़ ने जिला निर्वाचन अधिकारी को एक मांग पत्र भेजकर चुनाव में गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों की माताओं व वृद्धजनों की ड्यूटी न लगाए जाने की मांग की है।
संघ की जिलाध्यक्ष जयश्री व महामंत्री डाक्टर सुमन अग्रवाल ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की चुनाव ड्यूटी करने से उसे तथा गर्भस्थ शिशु को परेशानी होती है। वह मानसिक रूप से परेशान होने के कारण चुनाव ड्यूटी सहीं नहीं कर पाती हैं। इसके अलावा जिन महिलाओं के बच्चे 3 साल से कम उम्र के है उन्हें भी ड्यूटी मुक्त किया जाए। क्योंकि कई महिलाओं को अपने गोद के बच्चे को लेकर आना पड़ता है। इसके अलावा जो लोग 58 साल के हो गए हैं। उन्हें भी ड्यूटी से मुक्त किया जाए क्योंकि अधिकांश लोग इस उम्र में बीपी, शुगर आदि के मरीज होते है। इसके जो लोग चुनाव ड्यूटी में अक्षम है। उन्हें भी ड्यूटी से दूर रखा जाए।
उन्होंने कहा कि एकल अभिभावक (सिगल पैरेंट्स) कार्मिक, असाध्य बीमारी से ग्रसित और गंभीर शारीरिक अक्षमता के कारण चुनाव ड्यूटी को प्रभावी रूप से करने में असमर्थ हों, ऐसे कार्मिक की ड्यूटी चुनाव में न लगाई जाए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन के समय प्रदेश में निर्वाचन कार्मिकों की पार्टी को पोलिग स्टेशन पर ले जाने के लिए ट्रकों (माल वाहक) का भी प्रयोग किया जाता है। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत जब भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, ऐसी परिस्थितियों में लोकसभा व विधानसभा चुनाव पाटियों को मतदान स्थल तक भेजने के लिए चुनाव कार्मिकों को ट्रकों से जाना औचित्यपूर्ण नहीं है। ऐसे कार्मिकों को माल वाहक से इतर वाहन सुविधा उपलब्ध कराई जाए।