Hapur News: डीएम ने एसडीएम समेत अन्य अफसरों का रोक रखा है वेतन, लेकिन फिर भी नहीं बढ़ी गेहूं की खरीद
पिछले दिनों 14 मई को जिलाधिकारी मेधा रूपम ने गेहूं खरीद को लेकर समीक्षा की। जिसमें उपजिलाधिकारियों समेत अन्य अफसरों के वेतन जारी करने पर रोक लगा दी। 51 दिन बाद भी लक्ष्य के सापेक्ष महज दो प्रतिशत गेहूं खरीदा गया।
हापुड़ [गौरव शर्मा]। जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर एक अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की सरकारी खरीद कछुआ की चाल चल रही है। गेहूं की खरीद न हो पाना शासन के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। डीएम मेधा रूप द्वारा अधिकारियों का वेतन रोके जाने के बाद भी गेहूं की खरीद गति नहीं पकड़ पाई है।
जिले में रोजाना औसतन लगभग 100 क्विंटल गेहूं की ही खरीद हो पा रही है। क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। नतीजा यह है कि 51 दिन बाद भी जिले में लक्ष्य के सापेक्ष महज दो प्रतिशत गेहूं की ही खरीद हुई है।
जिले में एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं की खरीद शुरू हुई। इसके लिए 29 क्रय केंद्र खोले गए। शासन ने जिले को 36 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया। बाजार में एमएसपी से अधिक मूल्य होने के चलते किसानों ने क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए रुख नहीं किया। अफसरों ने गांवों में जाकर जन चौपाल लगाई, लेकिन कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा।
पिछले दिनों 14 मई को जिलाधिकारी मेधा रूपम ने गेहूं खरीद को लेकर समीक्षा की। जिसमें उपजिलाधिकारियों समेत अन्य अफसरों के वेतन जारी करने पर रोक लगा दी। जिलाधिकारी की सख्ती के बाद भी गेहूं खरीद पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। रोजाना 100 से 120 क्विंटल की खरीद हो पा रही है। जिले में 21 मई तक लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 2.03 प्रतिशत ही गेहूं की खरीद हुई है। गेहूं की खरीद न हो पाने के चलते राशन में गेहूं वितरण पर भी असर पड़ रहा है।
डीएम ने अग्रिम आदेशों तक रोका वेतन
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बताया कि शासन ने जिले में 36 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक सभी केंद्रों पर सिर्फ दो प्रतिशत यानि 730.240 मीट्रिक टन ही गेहूं की खरीद हुई है। जो लक्ष्य से काफी कम है। इसलिए गेहूं खरीद के लिए लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति होने तक वेतन अग्रिम आदेशों तक रोका जाता है। चिट्ठी की कापी उच्च अधिकारियों को भी भेजी गई है। जिन अधिकारियों के वेतन रोके हैं, उनमें तीनों उप जिलाधिकारी, चारों खंड विकास अधिकारी, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी समेत कई अफसर शामिल हैं।
आठ केंद्र प्रभारियों को जारी किए नोटिस
जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि गेहूं खरीद में सबसे फिसड्डी रहने वाले आठ केंद्र प्रभारियों को नोटिस जारी किया है। जिसमें पीसीएफ के असौड़ा, अनवरपुर, दौताई, मोरपुर हैं। जबकि खाद्य एवं रसद विभाग के नवीन मंडी हापुड़, धौलाना, गांव गोयना और नवीन उपमंडी गढ़मुक्तेश्वर शामिल हैं।
पिछले एक सप्ताह की गेहूं खरीद क्विंटल में
तारीख दैनिक खरीद कुल खरीद
13 मई 101.90 6530.40
14 मई 104.00 6644.40
17 मई 127.50 6771.90
18 मई 109.00 6880.90
19 मई 90.50 6971.40
20 मई 176.50 7147.90
21 मई 154.50 7302.40