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यूपी चुनाव 2022: बसपा सुप्रीमो मायावती’ का हापुड़ जिले से आखिर क्या नाता रहा, पढ़िए पूरी खबर

UP Vidhan Sabha Election 2022 बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का हापुड़ से नाता बहुत ही पुराना है। उन्होंने वर्ष 1986 में बसपा की राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहते हुए हापुड़ में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में भाग लिया था।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 12:21 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 01:31 PM (IST)
यूपी चुनाव 2022: बसपा सुप्रीमो मायावती’ का हापुड़ जिले से आखिर क्या नाता रहा, पढ़िए पूरी खबर
Uttar Pradesh Election 2022: मायावती अपने कार्यकर्ताओं का हमेशा ध्यान रखती थीं।

हापुड़, जागरण संवाददाता। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का हापुड़ से नाता बहुत ही पुराना है। उन्होंने वर्ष 1986 में बसपा की राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहते हुए हापुड़ में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में भाग लिया था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी नगर के रामलीला मैदान में सभा को संबोधित किया था। हापुड़ को जिला भी वर्ष 2011 में उन्होंने ही बनाया था। इसके अलावा मुख्यमंत्री रहते हुए भी गांवों का निरीक्षण करने के लिए आई थी। ग्राम बछलौता में निरीक्षण के दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी को निलंबित भी किया था।

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बात 1986 की है जब पूर्व मुख्यमंत्री मायावती हापुड़ के मोहल्ला सुभाष नगर स्थित एक मंदिर में बैठक की थी। बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कहा था कि हमें दूसरे राजनैतिक दल सदा अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते आए हैं। अब वह समय चला गया। अब हमें अपने लोगों को मजबूत करना होगा। इसके लिए सभी को एकजुट होना होगा। इस पर बैठक में मौजूद सभी ने एक मत से समर्थन दिया। मुंशीलाल जयंत बताते हैं कि मायावती अपने कार्यकर्ताओं का हमेशा ध्यान रखती थीं।

एक बार हापुड़ में अतरपुरा चौराहे पर बिजनौर से लौटते हुए मायावती जूस पीने के लिए रुकीं, तो उन्हें वहां देखकर मैं उनके पास पहुंच गया। उन्होंने देखते ही कहा कि यहां क्या कर रहे हो, तो मैने कहा कि आपकी गाड़ी को देखकर मै आपसे मिलने आया हूं। मेरे घर परिवार के बारे में पूछा और कहा कि संगठन को मजबूत करो। जब मैंने जूस के पैसे देने चाहे, तो उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि तुम्हारे पास पैसे कहां से आएंगे और खुद ही जूस के पैसे दे दिए।

बचपन में वह शहर से करीब पांच किलो मीटर दूर स्थित सिमरौली गांव में अपनी ननिहाल में रहती थीं। कुछ वर्ष उन्होंने यहां शिक्षा भी ग्रहण की थी। वर्ष 2012 में दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान में बसपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया था। इसके अलावा भी हापुड़ में कई बार वह आ चुकी हैं। वर्ष 2011 में हापुड़ में मुख्यमंत्री रहते हुए भी वह आई थी। अचानक मुख्यमंत्री का कार्यक्रम आने पर अधिकारी और नागरिक भी सकते में आ गए थे। उन्होंने यहां पहुंचकर हापुड़ को जिला घोषित कर हापुड़ वासियों को तोहफा दिया था।

मुख्यमंत्री रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जनपद में दो बार गांवों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचीं थीं। मायावती उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं और अपने चिरपरिचित अंदाज के लिए खूब चर्चित थीं। वह नायक फिल्म के हीरो की तरह से ‘आन द स्पाट’ निर्णय लेती थीं। वह अधिकारियों को काम न होने पर खूब हड़काती थीं और कई बार अधिकारियों को सस्पेंड करने से भी गुरेज नहीं करतीं थीं। उन्होंने अपना दौरा हापुड़ के गांव बछलौता का बनाया और वह हेलीकाप्टर से सीधे बछलौता गांव उतरीं।

कारों के काफिले से वह सीधे गांव की गलियों को देखने निकल पड़ीं। एक स्थान पर जाकर उनका काफिला रुका और उन्होंने गांव में गंदी नालियों को देखकर तत्काल जिलाधिकारी को मौके पर तलब किया और फटकार लगाई। जब वह गांव में बने मंच पर पहुंची तो उन्होंने इस गलती के लिए जिलाधिकारी को सस्पेंड कर दिया।


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