बेमौसम बारिश ने रोकी गेंहू की कटाई
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर जनपद में बुधवार को हुई बेमौसम बरसात से किसानों की मुश्किलें बढ
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
जनपद में बुधवार को हुई बेमौसम बरसात से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो चुकी है, कुछ खेतों में फसल कटी पड़ी है। इससे कटी हुई फसल के खराब होने का खतरा बढ़ गया है, वहीं किसानों को कटाई रोकनी पड़ी है। मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। कभी सर्दी और कभी गर्मी के कारण बुखार, खांसी और जुकाम के रोगियों की संख्या बढ़ रही है।
जनपद में गेहूं की फसल पक कर तैयार खड़ी है। कटाई शुरू हो चुकी है। किसान अपनी छह माह की कमाई को जल्दी से जल्दी सुरक्षित घर ले आने के प्रयत्न कर रहा है लेकिन मौसम उसका साथ नहीं दे रहा है। बुधवार शाम को अचानक हुई बरसात ने किसानों के दिल की धड़कनें बढ़ा दी हैं। इस बरसात के कारण किसानों को गेहूं की कटाई को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा है। खेतों में कटी पड़ी फसल बरसात के कारण भीग गई है, जिस कारण उसके खराब होने का खतरा भी बढ़ गया है।
गढ़मुक्तेश्वर में लगभग 25 प्रतिशत खेतों से गेहूं काट भी लिए थे, लेकिन बुधवार और उससे दो दिन पहले हुई बरसात ने किसानों को कटाई का कार्य रोक देने के लिए मजबूर कर दिया है। महंगाई की मार और कर्ज की मार से पीड़ित किसान की रातों की नींद और दिन का चैन गायब हो गया है।
धौलाना संवाददाता के अनुसार खेतों में गेहूं की कटाई का कार्य बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। बुधवार शाम हुई बरसात ने कटाई का कार्य बाधित कर दिया है। इससे किसानों के सामने अपनी खून-पसीने की कमाई को सुरक्षित घर लाने का खतरा पैदा हो गया है। किसान कभी अपने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को देखता है और कभी आसमान में छाए बादल और बरसात को देखकर भयभीत होता रहता है।