गार्ड आफ आनर के साथ हेड कांस्टेबल राजपाल को दी अंतिम विदाई
जागरण संवाददाता हापुड़ जनपद मेरठ के थाना किठोर में तैनात हेड कांस्टेबल राजपाल सिंह
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
जनपद मेरठ के थाना किठोर में तैनात हेड कांस्टेबल राजपाल सिंह की थाना देहात क्षेत्र के गांव टियाला बाईपास के पास बृहस्पतिवार रात हादसे में मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां सीओ पिलखुवा व सीओ किठोर समेत अन्य पुलिसकर्मी की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ हेड कांस्टेबल के शव को गार्ड आफ आनर देकर अंतिम विदाई दी गई।
मूल रूप से जनपद बुलंदशहर के कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव अड़ौली निवासी राजपाल सिंह वर्ष 1994 में बतौर सिपाही के रूप में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वह जनपद मेरठ के थाना किठोर में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। पिछले दस वर्षों से वह पत्नी माया देवी, पुत्र सोनू, मोनू व पुत्री नेहा के साथ हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के आदर्श नगर कालोनी में रह रहे थे। बृहस्पतिवार रात वह किसी वाहन से किठोर से थाना देहात क्षेत्र के गांव टियाला स्थित बाईपास पर पहुंचे। वाहन से उतरने के बाद वह पैदल सड़क पार कर रहे थे। इस दौरान एक तेज रफ्तार ट्रक के चालक ने हेड कांस्टेबल को टक्कर मारकर कुचल दिया था। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम कराने के बाद हेडकांस्टेबल के शव को पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां अधिकारियों ने हेडकांस्टेबिल के शव को गार्ड आफ आनर के साथ माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सीओ पिलखुवा तेजवीर सिंह, सीओ किठौर ब्रजेश सिंह, प्रतिसार निरीक्षक हापुड़ बिजेंद्र पाल सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। पुलिस लाइन में गार्ड आफ आनर देने के बाद मृत हेड कांस्टेबल के शव को पूरे सम्मान के साथ उनके घर भेजा गया। पिता के शव से लिपटकर विलाप करने लगे पुत्र-
पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल के शव से लिपटकर उनके दोनों पुत्र विलाप कर रहे थे। पुलिसकर्मी किसी तरह दोनों भाइयों को सांत्वना देकर शांत कराने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस लाइन से शव लेकर पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल के घर पहुंचे। शव के घर पहुंचते ही मृतक की पत्नी व पुत्री बिलखते हुए बदहवास हो गई। यह वह क्षण था, जब पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों की आंखें नम हो गईं। किसी तरह लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देकर शांत करने का प्रयास कर रहे थे। बाद में गमगीन माहौल में हेड कांस्टेबल के शव का अंतिम संस्कार किया गया।