राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेसहारा पशुओं का आतंक
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र का किसान धरती जोतकर जीविका बचाने की जद्दोजहद में जुटा ह
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : क्षेत्र का किसान धरती जोतकर जीविका बचाने की जद्दोजहद में जुटा है, लेकिन बेसहारा पशुओं ने माथे पर पड़ी चिता की लकीरें और गहरी कर दी हैं। किसान बेसहारा पशुओं से परेशान हैं, जबकि दिल्ली-मुरादाबाद मार्ग पर चलने वाले वाहन चालक भी बेसहारा पशुओं के घूमने से परेशान हैं। ये पशु आए दिन हादसों की वजह बन रहे हैं।
प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए थे कि सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को गो आश्रय स्थल बनाकर वहां रखा जाए। जिलाधिकारी ने बीडीओ आदि को निर्देशित किया था कि गो आश्रय स्थल में बेसहारा पशुओं को वहां रखा जाए। इनके चारा, पानी आदि का भी प्रबंध किया जाए। क्षेत्र में बेसहारा पशु घूम रहे हैं। कई माह बीत जाने के बाद भी कई स्थानों पर बेसहारा पशुओं को पकड़ने का कोई प्रबंध नहीं किया गया है। वह ऐसे ही सड़कों एवं किसानों के खेतों में घूम रहे हैं। वे फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। साथ ही दिल्ली-मुरादाबाद मार्ग पर आकर हादसों की वजह बन रहे हैं। किसान इन बेसहारा पशुओं से परेशान हैं। किसान वीरपाल सिंह, कलवा, चंद्रपाल, संजीव आदि ने बताया कि खेत पर चारों तरफ लकड़ी की बाड़ एवं पुतले भी लगाए, लेकिन बेसहारा पशु इन्हें भी फांदकर गेहूं आदि की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। गेहूं के साथ पशुओं के लिए चारे में जई (हरा चारा) की फसल तैयार की, लेकिन बेसहारा पशुओं के कारण एक बीघे खेतों की फसल भी पालतू पशुओं को नहीं मिल पाई है। उधर, अब तक किसान ही इन बेसहारा पशुओं से परेशान था, लेकिन अब इन पशुओं ने सड़कों को जाम करना शुरू कर दिया है। ये पशु सड़कों पर आकर मार्ग को जाम कर देते हैं तथा आते वाहनों के सामने आकर उन्हें भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं। साथ ही इनके अचानक वाहनों के सामने आ जाने से दुर्घटनाओं को भी न्यौता दे रहे हैं, जिससे वाहन चालक भी परेशान हैं। इस संबंध में एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने बताया कि अधिकांश पशुओं को पशु आश्रय केंद्र में भेजा जा चुका है। कहीं कोई पशु घूम रहा है तो उसको पकड़वाकर पशु आश्रय केंद्र भेजा जाएगा।