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पशुओं में हुई टैगिग देगा इलाज और दवाओं की जानकारी

जागरण संवाददाता हापुड़ पशुपालकों को इनाफ पोर्टल (इंफार्मेशन नेटवर्क फार एनीमल प्रोडक्टि

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 09:16 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 09:16 PM (IST)
पशुओं में हुई टैगिग देगा इलाज और दवाओं की जानकारी
पशुओं में हुई टैगिग देगा इलाज और दवाओं की जानकारी

जागरण संवाददाता, हापुड़

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पशुपालकों को इनाफ पोर्टल (इंफार्मेशन नेटवर्क फार एनीमल प्रोडक्टिव एंड हेल्थ) पशुओं के उपचार का तरीका बताएगा और उनके पशुओं की डिलीवरी कब तक होगी। इस पोर्टल पर जनपद के सभी संरक्षित पशुओं और उनके पालकों की जानकारी अपलोड की जा रही है। इससे पशुपालक के साथ विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों को भी काफी फायदे होंगे।

केंद्र सरकार की ओर से पशु पालकों को राहत देने के लिए इनाफ पोर्टल शुरू किया। इस पोर्टल को लेकर पशु पालन विभाग की ओर से गांवों और कस्बों में सर्वे कर पालतू पशुओं का पंजीकरण कर रही है। पंजीकरण के दौरान सभी पशुओं के कान में टैग लगाया जा रहा है। जिस पर एक कोड अंकित है। उस कोड को जैसे ही पोर्टल पर डालेंगे। तुरंत पशु पालक के बारे में जानकारी मिल जाएगी। वहीं जब भी डॉक्टर पशुओं का इलाज करेगा और क्या दवाएं दी हैं। यह सब जानकारी पोर्टल पर अपलोड करेंगे। जिससे अगली बार इलाज करने में आसानी होगी। वहीं विभागीय अधिकारी, कर्मचारी कई फायदे होंगे। उन्हें पता लग जाएगा कि किस दिन, किस गांव में कितने पशुओं ने बच्चे को जन्म दिया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से इनाफ पोर्टल लांच किया गया है। इसमें पालतू पशुओं व पशुपालकों के बारे में जानकारी अपलोड की जाएगी। जिसके बाद कब किस पशु का इलाज हुआ है, क्या दवा दी गई। इसके बारे में सारी जानकारी होगी। साथ ही पशुओं के टैग लगाए जा रहे हैं, जिनमें एक नंबर दर्ज है। पोर्टल पर नंबर डालते हुए पशु पालक के बारे में तुरंत जानकारी मिल जाएगी।


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