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अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पर हंगामा, तालाबंदी कर घंटों तक बंद रखे गए गेट

राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष रितिक त्यागी ने बताया कि मीटर रीडरों द्वारा एक महीने का 161 उपभोक्ताओं का बिल बीस से 80 हजार तक भेजा गया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 10:26 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 10:26 PM (IST)
अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पर हंगामा, तालाबंदी कर घंटों तक बंद रखे गए गेट
अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पर हंगामा, तालाबंदी कर घंटों तक बंद रखे गए गेट

हापुड़, शुभम। मीटर रीडरों द्वारा विद्युत बिलों में गड़बड़ी कर सैकड़ों उपभोक्ताओं को उनका एक माह का बिल हजारों रुपये में भेजा गया है। मामला मीटर में रीडिंग स्टोर होने का है। इस मामले में शनिवार को राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने अधीक्षण अभियंता यूके सिंह के कार्यालय पर हंगामा किया। अधीक्षण अभियंता के कार्यालय में मौजूद न होने पर कार्यकर्ता भड़क गए और मुख्य गेटों पर तालाबंदी करते हुए हंगामा करने लगे। मामले की जानकारी प्रबंध निदेशक को दी गई। जिसके बाद अधिशासी अभियंता मनाेज कुमार कार्यालय पहुंचे और पूरी समस्या सुनी। करीब चार घंटे बाद जाकर कार्यालय के गेट खुल सके।

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राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष रितिक त्यागी ने बताया कि मीटर रीडरों द्वारा एक महीने का 161 उपभोक्ताओं का बिल बीस से 80 हजार तक भेजा गया है। जबकि, इससे पहले तक इन उपभोक्ताओं का बिल एक से तीन हजार रुपये प्रतिमाह आ रहा था। इससे साफ है कि इन मीटरों में रीडिंग स्टोर हो रही थीं। जो मीटर रीडरों की गड़बड़ी से हुई हैं।

इसके अलावा अन्य उपभोक्ताओं के परिसर में लगे मीटरों का भी यही हाल है। हजारों रुपये प्रतिमाह का बिल देखकर उपभोक्ताओं की कमर टूट गई है। कई स्थानों पर तो मीटर रीडर जा ही नहीं रहे हैं और घर बैठे ही गलत बिल बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से उनका संगठन इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है लेकिन, मीटर रीडरों को बचाने का प्रयास हो रहा है, क्योंकि ऊर्जा निगम के अधिकारी और कर्मचारी भी इसमें लिप्त हैं। इससे ऊर्जा निगम को करोड़ों रुपये प्रतिमाह का राजस्व का चूना लग रहा है।

हंगामे के दौरान अधीक्षण अभियंता कार्यालय में नहीं थे। जिसके बाद पूरी जानकारी मुख्य अभियंता और प्रबंध निदेशक को फोन करके दी गई। प्रबंध निदेशक ने अधिशासी अभियंता मनोज कुमार को तुरंत अधीक्षण अभियंता यूके सिंह के कार्यालय भेजा और पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

इस दौरान ताराचंद शास्त्री, विवेक शास्त्री, अंकित राजपूत, रोहित सागर, विवेक गोयल, विनय, दीपक प्रजापति, विकास प्रजापति, रोहित कर्दम, तुषार, रविंद्र कोरी, हिमांशु प्रजापति, शिवम अग्रवाल, रोहन गुप्ता, गोपाल गुप्ता, यश चौहान, आशीष शर्मा उपस्थित रहे।


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