जाम का दंश झेल रहे शहरवासी, सड़कें बनी पार्किग स्थल
जागरण संवाददाता हापुड़यातायात व्यवस्था के नाम पर हर रोज वाहनों के चालान काटकर याताय
जागरण संवाददाता, हापुड़:
यातायात व्यवस्था के नाम पर हर रोज वाहनों के चालान काटकर यातायात पुलिस महज खानापूर्ति कर रही है। वहीं जाम का दंश झेल रहे लोगों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। दिन निकलते ही सड़कों पर थ्रीव्हीलर व प्राइवेट वाहन चालकों का जमावड़ा लग जाता है। सड़के पार्किग में तब्दील हो जाती है। इसके बावजूद भी पुलिस बेपरवाह बनी हुई है। सोमवार को दिन निकलते ही वाहनों का दबाव बढ़ने से शहर की सड़कों पर जाम की समस्या उत्पन्न हो गई। जाम में फंसे लोगों को न कोरोना का डर था न ही अपनी सुरक्षा का। हर कोई जाम से निकलने की जद्दोजहद में जुटा था। लेकिन, जाम खुलवाने के लिए मुख्य चौराहों के अलावा अन्य किसी स्थान पर यातायात पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थे।
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यहां सुधार हो तो बने बात
शहर में यातायात पुलिस गलत पार्किग को लेकर वाहन चालान काटने से कतराती है। यही वजह है आए दिन सड़कों के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलती हैं। चौराहों व मुख्य मार्गो पर थ्रीव्हीलर चालक व प्राइवेट वाहनों का जमावड़ा रहता है। 20 फुट की सड़क आठ फुट में बदल जाती है और पुलिस देखती रहती है। इससे दुकानदारों को तो परेशानी होती ही है। वहीं लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है।
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अधिकारियों का हर प्लान हुआ फेल
- यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस कोई कदम नहीं उठा रही है। यदि कोई दबाव आता है तो खानापूर्ति कर योजना बनाने का नाटक शुरू हो जाता है। खानापूर्ति के लिए पुलिस समय-समय पर थ्रीव्हीलर व प्राइवेट वाहनों के चालकों के साथ बैठक करती है। बैठक के बाद कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी जाती है, लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं होती। जिसके चलते जाम से निपटने का प्लान महज फाइलों में दबकर रह जाता है।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
- एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जाम की समस्या को लेकर ठोस प्लान तैयार किया जा रहा है। सड़क पर अतिक्रमण करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ नर्मी नहीं बरती जाएगी।