जमीन के लिए भाई ने भाई को उतार दिया मौत के घाट
संवाद सहयोगी गढ़मक्तेश्वर कृषि भूमि हथियाने के लालच में बड़े भाई ने अपने अविवाहित छोट
संवाद सहयोगी, गढ़मक्तेश्वर
कृषि भूमि हथियाने के लालच में बड़े भाई ने अपने अविवाहित छोटे भाई की गला घोटकर हत्या कर दी। शव को अपने ही गन्ने के खेत में गड्ढा खोदकर दबा दिया। चचेरे भाइयों द्वारा आरोपित से सख्ती से पूछताछ किए जाने पर खून के रिश्ते को दागदार करने वाली इस शर्मनाक घटना का पर्दाफाश हुआ। आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस जांच में जुटी हुई है। गढ़ क्षेत्र के गांव मानकचौक निवासी भूपेंद्र सिंह और प्रदीप भाई हैं, जिनमें भूपेंद्र की शादी हो चुकी है, जो एक बेटा और एक बेटी का पिता है। दोनों भाइयों के पास करीब 12 बीघा खेती की भूमि है। प्रदीप अविवाहित था, जो अपने हिस्से की भूमि पर स्वयं खेतीबाड़ी करता था। कुछ दिन पहले प्रदीप अपने मामा के घर हरियाणा चला गया था। चार फरवरी को वह वापस लौटकर आया था और उसी रात को संदिग्ध दशा में लापता हो गया था, जिसका मोबाइल भी बंद हो गया था। बड़ा भाई भूपेंद्र अपने छोटे भाई की तलाश करने की बजाए रोजमर्रा की तरह कामकाज कर रहा था, जिसने पुलिस को सूचना तो दूर बल्कि कोतवाली में तहरीर तक नहीं दी थी। जबकि चचेरे भाई और खानदानी प्रदीप की तलाश करने में जुटे हुए थे। बीस दिन बीत जाने के बाद भी जब प्रदीप का कोई सुराग नहीं लगा तो उसके चचेरे भाई प्रवीन और रिकू को भूपेंद्र पर संदेह होने लगा, जिसके चलते वे भूपेंद्र की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने लगे। शुक्रवार सुबह भूपेंद्र खेत में काम करने पहुंचा तो चोरी छिपे प्रवीन और रिकू भी वहां पहुंच गए, जिन पर नजर पड़ते ही भूपेंद्र वहां से भाग निकला। संदेह यकीन में बदलते ही चचेरे भाइयों ने उसे दबोच लिया, जिसके बाद खेत में खोजबीन की गई तो एक स्थान पर गन्ने की कुछ पुलियां रखी हुर्इं थीं, जिनके नीचे गोबर पड़ा था और उसके नीचे गड्ढा किया गया था, जिसे छिपाने के उद्देश्य से खेत में पानी भी भर दिया गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को गड्ढे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं अविवाहित जवान बेटे के शव को देखते ही उसकी विधवा मां सरोज और स्वजन समेत ग्रामीणों की आंख भर आईं। शुरुआत में कर रहा था बहानेबाजी
शुरुआत में भूपेंद्र बहानेबाजी करते हुए अपने जुर्म छिपाने का प्रयास करता रहा, परंतु जब चचेरे भाइयों ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। इस संबंध में सूचना देकर आनन-फानन में पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। एएसपी सर्वेश मिश्रा, सीओ पवन कुमार, कोतवाल शीलेश कुमार और फॉरेंसिक टीम प्रभारी देवराज सिंह की मौजूदगी में करीब चार फिट गहरे गड्ढे में चादर में लिपटा हुआ प्रदीप का शव बरामद हो गया।
सिचाई के बहाने ले गया था खेत पर
पुलिस अधिकारियों की पूछताछ में भूपेंद्र ने बताया कि चार फरवरी को हरियाणा से लौटकर आए छोटे भाई प्रदीप को वह फसल में सिचाई करने का बहाना बनाकर अपने साथ खेत पर लेकर गया था, जहां योजनाबद्ध ढंग से शराब पिलाने के बाद रस्सी से गला घोटकर भूपेंद्र ने उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने गड्ढा खोदा और फिर शव को उसमें डालकर मिट्टी भर दी। करतूत की भनक लगने का सता रहा था डर
भूपेंद्र ने बताया कि इसके बाद भी उसे डर सता रहा था कि कहीं किसी को उसकी करतूत की भनक न लग जाए, इसलिए अगली रात को उसने गड्ढे पर गोबर डाल दिया और फिर खेत खाली होने के बाद भी ऊपर से गन्ने की कुछ पुलियां एवं पत्ती से उसे ढक दिया। गड्ढे के आसपास उसके अलावा और कोई भी न पहुंच पाए, इसलिए उसने खेत में पानी भर दिया था। क्या कहती है पुलिस
मृतक के चचेरे भाई परविद्र की तहरीर पर आरोपित भूपेंद्र के विरुद्ध हत्या और शव छिपाने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित से की गई पूछताछ और शुरुआती जांच में प्रदीप की हत्या का मामला उसके हिस्से की जमीन हथियाने से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। हालांकि इसके बाद भी आरोपित से अन्य पहलुओं को लेकर पूछताछ की जा रही है।
-शीलेश कुमार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक