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प्रदूषण की रोकथाम को शुरू हुआ अभियान

दिवाली के बाद जहरीली हुई आबोहवा में सुधार करने के लिए आखिरकार प्रशासन की नींद टूट गई। अपर जिलाधिकारी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, यमुना प्रदूषण नियंत्रण ईकाई प्रथम और जल निगम की टीम ने शनिवार को पिलखुवा और हापुड़ के कुछ उद्योग में पहुंचकर वहां से नमूनों को लिया। इसके अलावा छोईया और काली नदी के पानी के नमूनों को भी भरकर प्रयोगशाला भेजा गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 07:58 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 07:58 PM (IST)
प्रदूषण की रोकथाम को शुरू हुआ अभियान
प्रदूषण की रोकथाम को शुरू हुआ अभियान

जागरण संवाददाता, हापुड़

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दिवाली के बाद जहरीली हुई आबोहवा में सुधार करने के लिए आखिरकार प्रशासन की नींद टूट गई। अपर जिलाधिकारी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, यमुना प्रदूषण नियंत्रण ईकाई प्रथम और जल निगम की टीम ने शनिवार को पिलखुवा और हापुड़ के कुछ उद्योग में पहुंचकर वहां से नमूनों को लिया। इसके अलावा छोईया और काली नदी के पानी के नमूनों को भी भरकर प्रयोगशाला भेजा गया है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता वीके ¨सह और वैज्ञानिक सहायक सुभाष चंद्र ने बताया कि काली नदी बाबूगढ़ का नमूना एकत्र कर क्षेत्रीय कार्यालय गाजियाबाद की प्रयोगशाला में जमा करा दिया गया है। पिलखुवा स्थित टेक्सटाइल सेंटर में संयुक्त उत्प्रवाह शुद्धिकरण संयत्र का निरीक्षण किया गया। जहां सयंत्र संचालित पाया गया। शुद्धिकृत उत्प्रवाह का नमूना एकत्र कर वह भी प्रयोगशाला में जमा कराया गया। टेक्सटाइल सेंटर में ही एक उद्योग का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वहां स्थापित उत्प्रवाह शुद्धिकरण सयंत्र संचालित पाया गया। उत्प्रवाह का नमूना लेकर उसे भी प्रयोगशाला में भेजा गया।

खैरपुर खैराबाद स्थित एक डेयरी का भी निरीक्षण किया गया। जहां पर शुद्धिकृत उत्प्रवाह सयंत्र चालू पाया गया। उसका नमूना एकत्र कर विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। यहां पर ऑनलाइन मॉनीट¨रग सिस्टम स्थापित था, जो संचालित पाया गया।

उन्होंने बताया कि ब्रजनाथपुर शुगर मिल का भी निरीक्षण किया गया। जहां पर ईटीपी संचालित पाया गया। शुद्धिकृत उत्प्रवाह का नमूना लेकर उसे भी प्रयोगशाला भेजा गया। यहां पर भी आनलाइन मानीट¨रग सिस्टम स्थापित है, जो कि संचालित पाया गया। इसी शुगर मिल की डिस्टेलरी यूनिट का भी टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। उद्योग में उत्पादन बंद पाया गया। इसके अलावा मेरठ छोईया नाले का नमूना एकत्र कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। निरीक्षण के दौरान की गई कार्रवाई की रिपोर्ट प्रशासन के अधिकारियों को सौंप दी गई है।


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