कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं को रोकने के लिए तैनात होंगे पुलिस कर्मी
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर कोरोना संक्रमण के चलते इस बार दीपदान और कार्तिक पूर्णिमा के ग
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार दीपदान और कार्तिक पूर्णिमा के गंगा स्नान पर रोक लगाई गई है। श्रद्धालुओं का आगमन रोकने के लिए चिह्नित किए गए 18 स्थानों पर पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवानों की तैनाती होगी। विभिन्न मार्गो पर सीसीटीवी कैमरों समेत ड्रोन से भी निगरानी होगी। इसको लेकर कोतवाली में पिलखुवा के सीओ द्वारा बैठक कर ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस कर्मियों को संबंधित दिशा निर्देश दिए गए हैं।
जिला प्रशासन द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश शासन ने गढ़मुक्तेश्वर में महाभारत कालीन पौराणिक कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले के आयोजन को स्थगित कर दिया है। मेले में करीब 25-30 लाख श्रद्धालुओं का आगमन होता है, जिनमें लाखों की संख्या उनकी होती है जो एक वर्ष के भीतर दिवंगत होने वाले अपने स्वजन की आत्मा शांति और मोक्ष प्राप्ति को चतुर्दशी की संध्या में दीपदान कर उनसे जुड़े सभी मृत्यु कर्मो का समापन करते हैं। वहीं आयोजन स्थगित होने से इस बार दीपदान से लेकर पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी नहीं लग पाएगी।
लाखों श्रद्धालुओं को गंगा किनारे पर पहुंचने से रोकना पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है। श्रद्धालुओं की रोकथाम के लिए सफलता हासिल करने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन अपनी तैयारियों में जुट गया है। बृहस्पतिवार को गढ़ कोतवाली में सीओ पिलखुवा डॉ. तेजवीर सिंह ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस कर्मियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि खादर मेला स्थल पर पहुंचने वाले 18 स्थानों को चिह्नित किया गया है। जिसमें दिन प्रतिदिन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाते हुए बढ़ोत्तरी भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को हल्के में न ले क्योंकि लापरवाही भारी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।