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आम, अमरूद, केला और लीची का लगाएं बाग, बनें मालामाल

बागवानी को बढ़ावा देकर किसानों की आय दोगुनी के लिए सरकार ने एक और योजना के तहत किसानों को राहत दी है। सरकार ने जनपद को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 20 हेक्टेयर में बागवानी करने का लक्ष्य दिया है। इसके तहत आम अमरूद और लीची के लिए 5-5 हेक्टेयर के बाग लगाए जा सकते हैं। जबकि 50 हेक्टेयर में केले की खेती की जाएगी। केले की खेती पर 40 प्रतिशत और आम अमरूद व लीची पर 50 प्रतिशत तक अनुदान वाली इस योजना में लघु एवं सीमांत किसान की कोई शर्त नहीं रखी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 07:22 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 07:22 PM (IST)
आम, अमरूद, केला और लीची का लगाएं बाग, बनें मालामाल
आम, अमरूद, केला और लीची का लगाएं बाग, बनें मालामाल

गौरव भारद्वाज, हापुड़:

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बागवानी को बढ़ावा देकर किसानों की आय दोगुनी के लिए सरकार ने एक और योजना के तहत किसानों को राहत दी है। सरकार ने जनपद को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 20 हेक्टेयर में बागवानी करने का लक्ष्य दिया है। इसके तहत आम, अमरूद और लीची के लिए 5-5 हेक्टेयर के बाग लगाए जा सकते हैं। जबकि 50 हेक्टेयर में केले की खेती की जाएगी। केले की खेती पर 40 प्रतिशत और आम, अमरूद व लीची पर 50 प्रतिशत तक अनुदान वाली इस योजना में लघु एवं सीमांत किसान की कोई शर्त नहीं रखी है।

राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को बागवानी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। किसान भी बागवानी की तरफ अपनी रुचि दिखा रहे हैं और बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। हाल ही में उद्यान विभाग ने लघु सीमांत किसानों के लिए योजना जारी की थी। जिसमें दो हेक्टेयर से छोटी जोत के किसानों को स्कीम के तहत 34.87 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें आम, अमरूद और नींबू के बाग लगाए जाएंगे। इसके लिए किसानों को चिह्नित कर लिया है। अब उद्यान विभाग को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत आम, अमरूद, लीची और केला के लिए 65 हेक्टेयर का लक्ष्य आवंटित किया है। जिसमें आम, अमरूद और लीची के पांच-पांच हेक्टेयर में बाग लगाए जाएंगे। जबकि 50 हेक्टेयर में केले की खेती की जाएगी। इसमें लघु सीमांत किसान होने की शर्त नहीं है। इसमें एक किसान अधिकतम चार हेक्टेयर तक बाग लगाने के लिए आवेदन कर सकता है। केले की खेती को छोड़कर अन्य तीन फलों के बाग लगाने पर उसे 50 फीसद का अनुदान मिलेगा। जबकि केले की खेती पर सिर्फ 40 फीसद अनुदान मिलेगा। जिला उद्यान अधिकारी एसके शर्मा ने बताया कि शासन से 20 हेक्टेयर भूमि में बागवानी करने का लक्ष्य मिला है। इसके लिए किसानों से आवेदन मांगे गए हैं।

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दो से तीन चरणों में मिलेगा केला का अनुदान

विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक आम का एक हेक्टेयर बाग लगाने में किसान को 25500 रुपये लागत लगेगी। इसमें विभाग की ओर से किसान को 50 प्रतिशत यानि 12750 रुपये का अनुदान मिलेगा। पहले साल में अनुदान का 60 प्रतिशत यानि 7650 रुपये, द्वितीय व तृतीय वर्ष में 20-20 प्रतिशत यानि 2550-2550 रुपये मिलेंगे।

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दो से तीन वर्ष में ही मिलेगा अमरूद का अनुदान

आम की तरह ही अमरूद का एक हेक्टेयर बाग लगाने पर 38340 रुपये लागत आएगी। जिस पर 50 प्रतिशत यानि 19170 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। पहले साल में अनुदान का 60 प्रतिशत यानि 11502 रुपये, द्वितीय व तृतीय वर्ष में 20-20 प्रतिशत यानि 3834-3834 रुपये मिलेंगे।

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लीची के बाग पर भी मिलेगा 50 प्रतिशत अनुदान

लीची का एक हेक्टेयर बाग लगाने पर 28 हजार रुपये लागत आएगी। जिस पर 50 प्रतिशत यानि 14 हजार का अनुदान दिया जाएगा। पहले साल में अनुदान का 60 प्रतिशत यानि 8400 रुपये, द्वितीय व तृतीय वर्ष में 20-20 प्रतिशत यानि 2800-2800 रुपये मिलेंगे।

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केले की खेती पर मिलेगा 40 फीसद अनुदान

आम, अमरूद और लीची की तरह केले की खेती पर 50 फीसद की बजाय 40 फीसद अनुदान मिलेगा। एक हेक्टेयर खेती करने पर 1,02462 रुपये लागत आएगी। इस पर 40 फीसद अनुदान यानि 40985 रुपये मिलेंगे। यह अनुदान दो वर्षो में मिलेगा। पहले वर्ष 80 फीसद यानि 30738 रुपये मिलेंगे। जबकि शेष 20 फीसद 10247 रुपये द्वितीय वर्ष में मिलेगा


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