प्रकृति संरक्षण को लेकर ऑनलाइन वेबिनार आयोजित
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन बाल वेबिनार का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य छात्र वर्ग को पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके नैतिक दायित्व के लिए जागरूक करना रहा। कार्यक्रम संयोजक शिक्षाविद् एवं युवा कवि राजकुमार हिदुस्तानी ने कहा कि तेजी से गिर रहे भूजल स्तर की प्रभावी ढंग में रोकथाम को पोखर और तालाबों
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संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन बाल वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्र वर्ग को पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके नैतिक दायित्व के लिए जागरूक करना रहा।
कार्यक्रम संयोजक शिक्षाविद् एवं युवा कवि राजकुमार हिदुस्तानी ने कहा कि तेजी से गिर रहे भूजल स्तर की प्रभावी ढंग में रोकथाम को पोखर और तालाबों समेत जलाशयों का संरक्षण किया जाना बेहद जरूरी हो गया है। इस दौरान उत्तराखंड से छात्रा वृंदा और समीक्षा ने ग्लोबल वार्मिंग एवं अम्लीय वर्षा के दुष्प्रभाव की रोकथाम को वृक्षारोपण को बड़े स्तर पर बढ़ावा देने की आवश्यक्ता जताई। गोरखपुर के छात्र सौम्य, वत्स, सुयश मिश्र ने पर्यावरण संरक्षण की राह में सबसे बड़ी बाधा साबित हो रही पॉलीथिन का किसी भी रूप में उपयोग न करने का आह्वान किया। गोरखपुर की छात्रा अनुकृति और शाश्वत ने ऊर्जा और जल संरक्षण को सभी के लिए बेहद आवश्यक बताया। बुलंदशहर की छात्रा माही शर्मा ने गंगा स्वच्छता में हर किसी की भागीदारी को जरूरी बताया।
नगर की छात्रा परी सेनरा ने सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी करने वालों पर दंडात्मक कारवाई की व्यवस्था की मांग की। डीएम पब्लिक स्कूल के छात्र पुष्कर त्यागी ने कहा कि जन्म दिन पर वृक्षारोपण करना सबसे अच्छा उपहार है। नोएडा की छात्रा विदूषी ने सनातन शाश्वत मूल्यों को अपने जीवन में उतारने की बात कही। मेरठ की छात्रा वंशिका पाराशर ने कहा कि प्रकृति की रक्षा करने को उसे किसी भी रूप में क्षति न पहुंचाने का संकल्प लेना होगा। अध्यक्षता करते हुए गोरखपुर के शिक्षाविद सुधीर कुमार मिश्रा ने कहा कि आने वाली पीढ़ी की रक्षा हेतु हमें प्राकृतिक संसाधनों को बचाने का संकल्प लेना होगा।