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अब नहीं भुगतनी पड़ेगी तंगी, घर की चौखट पर पहुंच रही कैशवैन

प्रशासन ने हैंडलूमनगरी वासियों के लिए कराया कैशवैन का इंतजाम। जरूरत का सामान ई-रिक्शा में भरकर घर-घर पहुंच रहे व्यापारी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 14 May 2020 09:56 AM (IST)Updated: Thu, 14 May 2020 09:56 AM (IST)
अब नहीं भुगतनी पड़ेगी तंगी, घर की चौखट पर पहुंच रही कैशवैन
अब नहीं भुगतनी पड़ेगी तंगी, घर की चौखट पर पहुंच रही कैशवैन

पिलखुवा, संजीव वर्मा।  लगातार कोरोना पॉजिटिव मिलने के चलते प्रशासन ने सील हैंडलूमनगरी में और सख्ती कर दी है। हालांकि इस सख्ती के बीच लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने कई बेहतर सुविधाओं की शुरुआत की हैं। नकदी से लेकर जरूरत तक का सामान लोगों को उनके दरवाजे पर मुहैया कराया जा रहा है। इसके लिए कैशवैन शुरू की गई है। व्यापारी जरूरत का सामान ई-रिक्शा में भरकर लोगों की चौखट तक पहुंचेगा। इस तरह की जनपद में यह पहली सुविधा है। पिछले पांच दिन में कैशवैन के माध्यम से लोग लाखों रुपये की निकासी कर चुके है।

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पिलखुवा शहर में कोरोना पॉजिटिव मिलने की शुरुआत दिल्ली के एक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत युवक से हुई थी। इसके बाद लगातार मरीज बढ़ते जा रहे है। संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन ने हैंडलूम नगरी में सील हुआ है। जरूरत का सामान दूध, किराना और दवाई तक घर पहुंच रही है। बैंक अौर एटीएम बंद होने के कारण लोगों को नकदी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में लोगों को नकदी के लिए ना जूझना पड़े। प्रशासन ने कैशवैन की सुविधा जारी की है।

प्रशासन ने दो कैशवैन की व्यवस्था की गई है। एक कैशवैन से एटीएम कार्ड धारक एटीएम कार्ड के जरिए रुपये निकाल सकते हैं। दूसरी कैशवैन में हैंडमशीन की व्यवस्था की गई है। जिन लोगों के पास एटीएम नहीं है। यदि उनका बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक है तो वह हैंडमशीन पर अंगूठा लगाकर तत्काल नकदी प्राप्त कर सकते हैं। इस सुविधा के चलते अब लोगों को नकदी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

इसके अतिरिक्त राशन, दूध, सब्जी और फल के लिए भी व्यवस्था की गई है। जरूरत के सामान से जुड़ व्यापारियों को चिहिंत किया गया है। यह व्यापारी ई-रिक्शा या रेहड़ी के माध्यम में सामान भरकर घर-घर पहुंचेंगे और लोगों को उनके दरवाजे पर ही सामान उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए शहर को सेक्टरों में विभाजित किया गया है और व्यापारियों को अलग-अलग सेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दवाई के लिए मेडिकल स्टोरों को चिहिंत किया जा चुका है। मेडिकल स्टोर संचालक के मोबाइल नंबर जारी किए गए है। फोन आने पर मेडिकल स्टोर संचालक खुद किसी के द्वारा पीड़ित के घर तक दवाई भेजने की व्यवस्था करेंगा।

उपजिलाधिकारी विशाल यादव ने बताया कि सील के दौरान लोगों की जरूरत का विशेष ध्यान रखा गया गया है। इसके लिए कैशवैन की भी सुविधा की गई है। अब तक कैशवैन के जरिए लाखों की निकासी हो चुकी है।


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