--बाईपास पर अंडरपास की मांग का लेकर आंदोलन जारी
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर बाईपास में अंडरपास की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन से जुड़े ग
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
बाईपास में अंडरपास की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन से जुड़े गांव सिखैड़ा के 45 ग्रामीणों के विरुद्ध पुलिस-प्रशासन द्वारा की गई निरोधात्मक कार्रवाई पर भाकियू भानू के पदाधिकारियों ने रोष व्यक्त किया है। गांव के पास अंडरपास की मांग पूरी न होने पर 12 अक्टूबर को बाईपास का निर्माण रोकने की हुंकार भरते हुए आसपास के गांवों में सघन जनसंपर्क किया।
सिभावली क्षेत्र के गांव वैठ के पास से होकर बनाए जा रहे नेशनल हाईवे के बाईपास में क्षेत्र के गांव सिखैड़ा से तीन किलोमीटर दूरी पर अंडरपास दिए जाने से नाराज ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं, जिनका बेमियादी धरना रविवार को 22 वें दिन भी जारी रहा। किसान संघर्ष समिति के तत्वाधान में शांतिपूर्ण ढंग से धरना देते आ रहे ग्रामीणों से सिभावली पुलिस और गढ़ के तहसील प्रशासन को अशांति फैलने और झगड़ा फसाद होने का डर सता रहा है, जिसके चलते गांव सिखैड़ा के 45 ग्रामीणों के विरुद्ध शनिवार को निरोधात्मक की गई। गांव सिखैड़ा के ग्रामीणों के विरुद्ध की गई निरोधात्मक कार्रवाई से भाकियू भानु में रोष व्याप्त हो गया है।
भाकियू (भानू) किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुबीश त्यागी ने धरने में शामिल होकर ग्रामीणों को भरोसा दिया कि उनका किसी भी तौर पर कोई उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। जबकि जनहित से जुड़ी अंडरपास की मांग पूरी होने तक भाकियू ग्रामीणों के कंधे से कंधा मिलाकर हरसंभव सहयोग करती रहेगी। जिला संरक्षक अजय त्यागी ने कहा कि गांव सिखैड़ा के ग्रामीणों की वाजिब मांग है जिसे अफसर नजरअंदाज कर रहे हैं। मंडल प्रवक्ता योगेश त्यागी ने कहा कि अगर गांव के पास अंडरपास देने की मांग नहीं मानी गई तो 12 अक्टूबर को बाईपास निर्माण का कार्य रोका जाएगा।
इसके उपरांत भाकियू पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को साथ लेकर आसपास के कई गांवों में सघन जनसंपर्क किया, जिसमें 12 अक्टूबर को नेशनल हाईवे के बाईपास निर्माण को रोकने के लिए किए जाने वाले आंदोलन में बढ़-चढ़कर भागीदार बनने का आह्वान किया गया।