अंडर पास की मांग: पुलिस प्रशासन के अफसरों की ग्रामीणों के साथ बैठक विफल
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर बाईपास पर अंडरपास की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
बाईपास पर अंडरपास की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों का धरना पांचवें दिन भी जारी रहा। एसडीएम, सीओ और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर वार्ता की, परंतु ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। सिभावली क्षेत्र के गांव वैठ के सामने से होकर हापुड़ के गांव ततारपुर को बनाए जा रहे बाईपास में गांव सिखैड़ा के पास अंडरपास खुलवाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीण बुधवार को पांचवें दिन भी बेमियादी धरने पर बैठे रहे। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बदरुद्दीन कुरैशी, प्रदेश सचिव डॉ.शुएब, जिलाध्यक्ष मिथुन त्यागी, सेवादल जिला संयोजक मुकेश कौशिक, संजीव शर्मा, भाकियू भानु जिलाध्यक्ष पवन हूण, सुबीश त्यागी, रूपराम, अजय त्यागी, सतेंद्र, रतनवीर, कृष्णपाल, शेरमोहम्मद ने धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों की मांग का समर्थन किया। कांग्रेस और भाकियू नेताओं ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों की वाजिब मांग को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी पूरी तरह नजरअंदाज करने में जुटे हुए हैं, जिसके विरोध में ग्रामीणों को चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी के बीच बेमियादी धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है।
पवन हूण ने बताया कि ग्रामीणों की मांग के आधार पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को ज्ञापन भेजकर गांव सिखैड़ा के पास अंडरपास खुलवाए जाने की मांग की गई है। इसी दौरान एसडीएम विजय वर्धन तोमर और सीओ पवन कुमार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी को साथ लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए, जहां काफी देर तक चली वार्ता में भी गांव से तीन किलोमीटर दूर खुलवाए जा रहे अंडरपास को सिखैड़ा के पास खुलवाने के मुद्दे पर कोई सहमति नहीं बन पाई, जिसके चलते आंदोलन कर रहे ग्रामीणों का बेमियादी धरना पांचवें दिन भी जारी रहा।