अलग धर्म के लड़के से शादी के लिए नही मान रहे थे परिजन, लड़की ने फोन करके बुलाई पुलिस, जाने फिर क्या हुआ
प्रेमी युगल ने बताया कि धार्मिक रीति रिवाज से शादी करने के बाद कोर्ट मैरिज भी की जाएगी। कस्बा चौकी प्रभारी का कहना है कि युवक और युवती बालिग हैं जिन्होंने अपनी इच्छा से आपस में शादी करने का प्रस्ताव रखा था। उनके स्वजन ने लिखित स्वीकृति प्रदान कर दी।
गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़) [इमरान अली]। कई माह से चल रहा प्रेम-प्रसंग आखिरकार परवान चढऩे पर अलग-अलग धर्मों से जुड़े युवक-युवती एक-दूजे के हो गए। दोनों के स्वजन द्वारा अपनी सहमति दिए जाने पर नई जिंदगी शुरू करने के लिए दोनों को कोतवाली से विदाई दी गई। गढ़ नगर के मिश्रित आबादी वाले एक मोहल्ले में रहने वाले प्रेमी युगल का इश्क आखिरकार सोमवार को परवान चढ़ गया। युवती मुस्लिम और युवक हिंदू धर्म से जुड़ा है। जिनके बीच कई माह से प्रेम-प्रसंग चलता आ रहा था। परंतु युवक और युवती अलग-अलग धर्म से जुड़े होने के कारण उनके स्वजन शादी के लिए तैयार नहीं हो पा रहे थे।
युवती ने सोमवार को 112 नंबर पर काल करके पुलिस को बुला लिया। युवती ने पुलिस को पूरी बात बताई। पुलिस के निर्देश पर स्वजन उस युवती को साथ लेकर कोतवाली मेें आ गए। जहां कुछ ही देर के भीतर पुलिस ने सूचना देकर युवक और उसके स्वजन को भी बुला लिया। इस बात को लेकर काफी देर तक वार्ता चली कि दोनों पक्ष युवक और युवती को समझाकर अपने घर को ले जाएं, परंतु युवती अपने प्रेमी से शादी करने की जिद पर ही अड़ी रही।
पुलिस ने पूछताछ की तो युवक भी अपनी प्रेमिका के साथ शादी करने के लिए रजामंद हो गया। जिसके बाद युवक और युवती के स्वजन ने सारे प्रयास विफल होने पर शादी के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी। इसके उपरांत शादी के लिए युवक और युवती की रजामंदी और उनके स्वजन की सहमति लिखित में ली गई। जिसके बाद दोनों को नया जीवन बिताने की शुभकामना के साथ कोतवाली से विदा किया गया।
प्रेमी युगल ने बताया कि धार्मिक रीति रिवाज से शादी करने के बाद कोर्ट मैरिज भी की जाएगी। कस्बा चौकी प्रभारी रजनी सिंह कौर का कहना है कि युवक और युवती बालिग हैं, जिन्होंने अपनी इच्छा से आपस में शादी करने का प्रस्ताव रखा था। जिसे उनके स्वजन ने भी अपनी लिखित स्वीकृति प्रदान कर दी। जिसके बाद दोनों को कोतवाली से विदा किया गया है।