ममेरे भाइयों ने की भाई की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, इलाके में सनसनी
किसान आलमगीर (57 वर्ष) की उसके ममेरे भाई हाजी अजमत और उसके भाई छोटे खां ने मिलकर हत्या कर दी।
गढ़मुक्तेश्वर, जागरण संवाददाता। CRIME NEWS: बाइकों की भिड़ंत होने से आग बबूला हुए ममेरे भाइयों ने जंगल से घर लौट रहे अपने फुफेरे भाई की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक के भांजे की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत कर पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी को दबोच लिया है।
गुरुवार दोपहर तीन बजे की है घटना
यह घटना गांव बदरखा में बृहस्पतिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे घटी। किसान आलमगीर (57 वर्ष) की उसके ममेरे भाई हाजी अजमत और उसके भाई छोटे खां ने मिलकर हत्या कर दी। हत्या के वक्त वह जंगल से साईकिल से लौटकर घर के नुक्कड़ पर पहुंचा ही था उसी वक्त हत्या पेट में गोली मार की गई।
अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत
आनन फानन में घायल का भांजा शाहरुख और पड़ोसी खालिद की बाइक पर बैठाकर कोतवाली ले आए। पुलिस ने कोई भी देरी किए बिना घायल को बाइक से ही सीएचसी को भेज दिया, जहां परीक्षण के उपरांत चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक किसान दो बेटे और तीन बेटियों का पिता था।
पहले भी हुई थी लड़ाई
मृतक के भांजे शाहरुख ने तहरीर देकर हाजी अजमत और उसके भाई छोटे खां के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया है। जिसमें बताया गया कि बुधवार को उसके भाई आमिर की गेहूं कटाई के दौरान खेत पर हाजी अजमत से कहासुनी हो गई थी। हालांकि इसके बाद गांव के लोगों इस विवाद का निपटारा कर दिया था। इधर, बृहस्पतिवार की दोपहर को वह खेत से लौट रहा था तभी रास्ते में हाजी अजमत ने उसकी बाइक में अपनी बाइक से टक्कर मार दी थी, जिससे वहां पर कहासुनी होने लगी। इसके बाद अजमत घर जाकर अपने भाई के साथ तमंचा ले आया।
पेट में गोली लगने से हुई मौत
शाहरुख का कहना है कि अपनी जान बचाने के मकसद से वह अपने मामा आलमगीर के घर में जाकर छिप गया। इसी दौरान मामा आलमगीर भी साइकिल लेकर जंगल से घर को आ रहे थे तो नुक्कड़ पर खड़े हाजी अजमत ने अपने भाई के साथ मिलकर उनके पेट में गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
थाना प्रभारी निरीक्षक राजपाल तोमर ने बताया कि मृतक के भांजे की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत कर मुख्य हत्यारोपी हाजी अजमत को महज एक घंटे के भीतर हत्या में प्रयुक्त तमंचे और खोखे समेत गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके भाई छोटे को भी अतिशीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।