गंगा का जलस्तर कम होने से बढ़ा बीमारियों का खतरा
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर लंबे समय तक गंगा के जलस्तर में ठहराव के बाद शुरू हुई घटने
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर :
लंबे समय तक गंगा के जलस्तर में ठहराव के बाद शुरू हुई घटने की रफ्तार अब तेज हो गई है। गंगा का जलस्तर मंगलवार को 12 सेमी. और घट गया है। मंगलवार को गंगा का जलस्तर समुद्रतल से 198.38 मीटर पर पहुंच गया है। एक ओर जहां जलस्तर कम होने से कटान का खौफ बढ़ गया है तो वहीं, दूसरी ओर संक्रमण फैलने का खतरा शुरू हो गया है। तटवर्ती इलाकों के लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। जल्द ही उनकी टीमें क्षेत्रों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ जरूरी दिशा-निर्देश देंगी।
गंगा का जलस्तर कम होने से तबाही का खतरा तो टला गया है, लेकिन अब लोगों की दिक्कतें बढ़नी शुरू हो गई हैं। पानी के साथ बहकर आई गंदगी इकट्ठा होकर सड़ना शुरू हो गई है। अगर उसकी जल्द ही सफाई नहीं की गई तो आसपास के लोगों का रहना मुश्किल हो जाएगा। साथ ही मच्छरों का प्रजनन होने से वहां संक्रमण तेजी से फैलने लगेगा। गंगा का पानी काफी मात्रा में गंदगी भी लेकर आया है, जिसके सड़ने से वहां के लोगों की समस्या बढ़ सकती है। इससे मच्छरजनित रोगों के अलावा पीलिया, टायफाइड, डिहाइड्रेशन आदि का खतरा बढ़ जाएगा। ऐसे में स्थानीय प्रशासन ने समय रहते सफाई के साथ कीटनाशक दवाओं का छिड़काव शुरू नहीं किया तो समस्या बढ़ सकती है। इस संबंध में एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने बताया कि खादर क्षेत्र के गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजा जा रहा है। वह टीम प्रतिदिन लोगों के सेहत की जांच पड़ताल कर रही है।