लोकपाल ने मांगे मनरेगा मजदूरों के नाम और जॉब कार्ड के नंबर
जागरण संवाददाता हापुड़ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम(मनरेगा) के
जागरण संवाददाता, हापुड़
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम(मनरेगा) के अंतर्गत होने वाले कार्यों की जांच होगी। शासन द्वारा नियुक्त मनरेगा लोकपाल ने मनरेगा मजदूरों की शिकायतों के आने पर ग्राम्य विकास अभिकरण विभाग से श्रमिकों के नाम और उनके जॉब कार्ड नंबर मांगे हैं। अभिलेख मिलने के बाद शिकायतों का निस्तारण करने के लिए लोकपाल खुद भौतिक सत्यापन भी करेंगी। जनपद में मनरेगा के अंतर्गत कार्य कराने के लिए भारी-भरकम बजट जारी किया जाता है। जिले में लगभग 14 हजार से अधिक मनरेगा श्रमिक पंजीकृत हैं, जिन्हें जिले में कार्य दिया जाता है। इसमें तालाब सफाई, सड़क गड्ढों को भरवाना समेत कई कार्य ग्राम पंचायत और सरकारी विभागों द्वारा कराए जाते हैं। योजना का सही क्रियांवयन हो रहा है या नहीं इसके लिए शासन ने मेरठ मंडल पर लोकपाल को नियुक्त किया है। वह मनरेगा से संबंधित शिकायतों को सुनेंगी और उनका निस्तारण कराएंगी। लोकपाल अंशु त्यागी ने बताया कि उनके पास हापुड़ से भी मनरेगा श्रमिकों की शिकायतें मिली हैं, जिनके निस्तारण के लिए जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक को पत्र लिखा है, जिसमें उनसे मनरेगा योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 में जुड़े श्रमिकों के जॉब कार्ड नंबर व नाम की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा है, जिसमें पूछा है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में जनपद में चल रहे मनरेगा योजना के अंतर्गत विकासखंड वार कितने श्रमिक जुड़े हैं। सूची मिलने के बाद शिकायतों की जांच के लिए भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा।