पसीने से नहला रही गर्मी, बिजली दिखा रही नखरे
शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक लगभग सात घंटे रुक-रुककर हुई बारिश के बाद मौसम में उमस बढ़ गई है। चिपचिपाती गर्मी में लोग बेहाल है। ऐसे में राहत के संसाधन कूलर पंखे एसी बिजली की कटौती के कारण शोपिस बने हुए है। लोगों का कहना है कि शहर में बिजली की तार जर्जर हालात में है। हल्की हवा चलने पर तारों में फाल्ट होने शुरू हो जाते है। जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, पिलखुवा:शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक लगभग सात घंटे तक रुक-रुककर हुई बारिश के बाद मौसम में उमस बढ़ गई है। चिपचिपाती गर्मी में लोग बेहाल हैं। ऐसे में राहत के संसाधन कूलर, पंखे, एसी बिजली की कटौती के कारण शो-पीस बने हुए हैं। लोगों का कहना है कि शहर में बिजली के तार जर्जर हालात में हैं। हल्की हवा चलने पर तारों में फॉल्ट होने शुरू हो जाते हैं, जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
बारिश के बाद बेशक आसमान में बादल छाने से धूप का प्रकोप घटा है। मौसम में नमी है। ऐसे में उसम काफी बढ़ गई है। इस कारण लोग पसीने से तर-बतर हैं। चिपचिपाती गर्मी के कारण लोग परेशान हैं। इस गर्मी से पंखे, कूलर और एसी ही राहत पहुंचा सकते हैं, लेकिन बिजली कटौती के कारण यह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शो-पीस बने हैं। उपभोक्ताओं की मानें तो ग्रामीण क्षेत्र में तीन से चार और शहर में मात्र सात से आठ घंटे की बिजली मिल पा रही हैं, वह भी टुकड़ों में, कभी एक घंटे तो कभी दो घंटे ही लगातार बिजली मिल पाती है।
इससे इनवर्टर-बैट्री भी पूरी तरह चार्ज नहीं हो पा रही है। शहरी क्षेत्र में सबसे बुरा हाल रेलवे रोड, शिवाजी नगर, चंडी रोड, न्यू आर्य नगर कॉलोनी का है। समाजसेवी विश्व प्रकाश शर्मा का कहना है कि गर्मी शुरू होते ही बिजली की आंख मिचौली बढ़ जाती है। इसका मुख्य कारण है कि शहर में लगे ट्रांसफॉर्मर लोड को नहीं झेल पाते हैं। इसके अतिरिक्त शहर में बिजली के तारों की हालत जर्जर है। तेज हवा चलते ही तारों में चिगारी निकलने लगती है और फॉल्ट हो जाता है। उपभोक्ता कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी अनसुनी कर रहे हैं।
विद्युत वितरण निगम डिवीजन द्वितीय के अधिशासी अभियंता प्रमोद कुमार का कहना है कि कई बार तेज हवा चलने के कारण तारों में फॉल्ट हो जाता है। फॉल्ट सही करने के लिए शटडाउन लिया जाता है। अन्यथा नियमानुसार बिजली सप्लाई की जा रही है।