Move to Jagran APP

Hapur News: कचरा प्रबंधन की सराहनीय मिसाल पेश कर रहीं गृहिणी किरण

Hapur News हाईस्कूल तक शिक्षा ग्रहण करने वाली किरन शर्मा तीन बच्चों की मां हैं जो पढ़ाई के वक्त से ही साफ सफाई के प्रति लगाव रखने के साथ ही पेड़ पौधों की देखभाल में भी विशेष रूचि रखती हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 04:19 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 04:19 PM (IST)
Hapur News: कचरा प्रबंधन की सराहनीय मिसाल पेश कर रहीं गृहिणी किरण
घर के सूखे और गीले कूड़े को अलग अलग रखती हैं।

गढ़मुक्तेश्वर [प्रिंस शर्मा]। कचरा प्रबंधन की सराहनीय मिसाल पेश कर रहीं तहसील क्षेत्र के गांव झड़ीना निवासी गृहणी किरण शर्मा घर के सूखे और गीले कूड़े को अलग अलग रखती हैं, जिसमें से गीले कचरे का जैविक खाद फुलवारी और शाक वाटिका में उपयोग कर सूखा कचरा जंगल के अंदर गड्ढे में दबा दिया जाता है।

loksabha election banner

गीले कचरे का जैविक खाद फुलवारी और शाक वाटिका में उपयोग होता है

राष्ट्रीय स्तर पर गूंज रहा स्वच्छ भारत स्वस्थ्य भारत के नारे को गढ़ क्षेत्र के दूरस्थ ग्रामीण अंचल में बसे झड़ीना गांव में ग्रहणी किरण् शर्मा अपनी लगन और दूरदर्शिता के बल पर पूरी तरह फलीभूत कर रही हैं। हाई स्कूल तक शिक्षा ग्रहण करने वाली किरण शर्मा तीन बच्चों की मां हैं, जो पढ़ाई के वक्त से ही साफ सफाई के प्रति लगाव रखने के साथ ही पेड़ पौधों की देखभाल में भी विशेष रूचि रखती हैं। अपने घर की साफ सफाई में एकत्र होने वाले कूड़े के लिए दरवाजे के बाहर ड्रम रखा हुआ है तो फालतू बचने वाली किचन की सामग्री समेत फलों के छिलके कनस्तर में रखती हैं।

सूखा कचरा जंगल के अंदर गड्ढे में दबाया जाता है

गीले कचरे को मिट्टी में दबाया जाता है, जिससे जैविक खाद तैयार होने पर उसे घर में लगी फुलवारी समेत परिसर में बनी शाक वाटिका में उपयोग किया जाता है। किरण शर्मा की इस कवायद में उनके पति राजवीर शर्मा और बच्चे भी भरपूर साथ देते हैं, जो सूखे कूड़े को बुग्गी के माध्यम से खेत पर ले जाकर गड्ढे में दबा देते हैं। किरण शर्मा का कहना है कि साफ- सफाई को बढ़ावा दिया जाना हर किसी के लिए बेहद जरूरी हो गया है, क्योंकि जन जागरूकता के बिना अकेले सरकारी संसाधन इसके लिए किसी भी दशा में काफी नहीं हैं। उनका मानना है कि स्वच्छता के बल पर ही अधिकांश संक्रामक बीमारियों से भी सुरक्षित रहा जा सकता है, क्योंकि गंदगी में पनपने वाले मच्छर मक्खियों समेत कई तरह के अदृश्य कीड़े मकौड़े बीमारी परोसने का सबसे बड़ा माध्यम साबित होते हैं। किरन कहती हैं कि कचरा प्रबंधन के माध्यम से दोहरा लाभ मिलता है, क्योंकि एक तरफ कचरे का सदुपयोग हो जाता है तो दूसरी ओर उसकी उचित सफाई होने से बीमारी फैलने का खतरा भी कम होता है। दूसरों को भी जागरूक कचरा प्रबंधन का महत्व समझा रहीं।

जरूरी है कचरा प्रबंधन

किरण शर्मा का कहना है कि कचरा प्रबंधन इंसानी जीवन से जुड़ी बेहद जरूरी नैतिक जिम्मेदारी है, जिसके विषय में वे लगातार दूसरी महिलाओं को भी जागरूक कर उन्हें कूड़ा कचरा प्रबंधन का नीतिगत ढंग में निस्तारण करने को प्रेरित करती आ रही हैं। जिसके परिणाम स्वरूप आसपास में रहने वाली दर्जनों महिला भी अपने घरेलू कचरे का अलग अलग ढंग में सही ढंग से निस्तारण कर रही हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.