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गर्मी से बढ़ीं बीमारियां, रोगियों में इजाफा

जागरण संवाददाता, हापुड़ : भीषण गर्मी के चलते तापमान चरम पर पहुंच गया है। जिसके चलते जनमानस

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 May 2018 09:13 PM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 09:13 PM (IST)
गर्मी से बढ़ीं बीमारियां, रोगियों में इजाफा
गर्मी से बढ़ीं बीमारियां, रोगियों में इजाफा

जागरण संवाददाता, हापुड़ : भीषण गर्मी के चलते तापमान चरम पर पहुंच गया है। जिसके चलते जनमानस बेहाल हो गया है। पशु-पक्षी से लेकर मानव सभी गर्मी के चलते परेशान है। गर्मी के चलते रोगियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अस्पतालों पर मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

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आम तौर पर गर्मी के मौसम में भी सुबह के वक्त वातावरण कुछ ठंडा रहता है, लेकिन इस बार की गर्मी से लोगों को पूरी तरह से बेहाल कर दिया है। सुबह छह बजे भी सुकून नहीं मिल रहा है। आठ बजते-बजते वातावरण इतना गर्म हो जा रहा है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जा रहा है। इसके बाद भी जरूरी काम से लोग बाहर निकल ही रहे है। बुधवार को 43 डिग्री सेंटीऊपर पहुंच गया। समय के साथ ही तापमान भी बढ़ता गया और लोग भीषण गर्मी से परेशान हो उठे। गर्मी के चलते ही उल्टी, दस्त, बुखार के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ने लगी है। सर्वाधिक परेशानी छोटे बच्चों को उठानी पड़ रही है। जरा सी धूप लगी नहीं कि वे बीमार पड़ जा रहे हैं।

-अस्पतालों में बढ़ी बीमारों की संख्या

पारा 42 डिग्री पार पहुंच गया है, जिसके चलते डायरिया, मलेरिया बुखार आदि के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। खान-पान में जरा सी लापरवाही लोगों को बीमार कर दे रही है। जिसके चलते अस्पतालों में डायरिया और मलेरिया के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो गई है।

वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी में बचाव ही अत्यंत जरूरी है। घर से तभी बाहर निकले जब बहुत जरूरी काम हो। वो भी घर से निकलने के पहले पूरे शरीर को कपड़े ढक जरूर ले। इसके साथ ही भर पेट पानी पीने के बाद ही घर से निकले, इतना ही नहीं दिन में ओआरएस घोल, नीबू पानी, लस्सी, आम का पन्ना आदि तरल पदार्थो का ही सेवन करें। मिर्च मसाला युक्त और बासी भोजन का कदापि प्रयोग न करें। स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोठी गेट स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय और निजी चिकित्सालयों में भी इन दिनों रोगियों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ रही है। इन रोगियों में यूं तो सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हैं, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों की तादाद कुछ ज्यादा है। इनमें हीट स्ट्रोक के कारण उल्टी, दस्त, बुखार के रोगी ज्यादा शामिल हैं।

-क्या कहते हैं चिकित्सक

लोगों को ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए। तरल पदार्थों के सेवन से गर्मी से बचाव होती रहती है। शरीर में पानी की मात्रा कम होते ही दिक्कत होनी शुरू हो जाती है। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर लापरवाही न बरते और तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।

-डा. गौरव मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक, हापुड़


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