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संकल्प पत्र भरकर गंगा मित्र बनेंगे स्कूली बच्चे

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय गंगा की सफाई के प

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Mar 2018 06:18 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 06:18 PM (IST)
संकल्प पत्र भरकर गंगा 
मित्र बनेंगे स्कूली बच्चे
संकल्प पत्र भरकर गंगा मित्र बनेंगे स्कूली बच्चे

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय गंगा की सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए गंगा प्रहरी बनाने के बाद अब Þगंगा मित्र'बनाएगा। गंगा विचार मंच के सहयोग से गंगा किनारे से पांच से बीस किलोमीटर की दूरी के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से संकल्प पत्र भरवाए जाएंगे। संकल्प पत्र में उनके फोटो, मोबाइल फोन नंबर और पता आदि का विवरण होगा, ताकि गंगा की सफाई के संबंध में बच्चों से सुझाव लिए जा सकें और उन्हें गंगा सफाई के प्रति जागरूक किया जा सके। जल्द ही स्कूलों में परीक्षाएं समाप्त होने के बाद इस अभियान की शुरुआत की जाएगी।

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश गंगा विचार मंच के सह संयोजक अशोक शर्मा ने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत सरकार ने नया कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम का नाम Þमेरी गंगा-मेरा जीवन'दिया है। इस कार्यक्रम के तहत गंगा किनारे स्कूल-कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों से संकल्प पत्र भरवाए जाएंगे। मंत्रालय की ओर से उन्हें एक हजार संकल्प पत्र मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि संकल्प पत्र में नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि, शैक्षिक योग्यता, स्थायी पता, ग्राम पंचायत या वार्ड का नाम, विकास खंड का नाम, जिले का नाम, पिन कोड, मोबाइल फोन संख्या और ई-मेल आदि की जानकारी दी जाएगी। बच्चों को गंगा को साफ रखने का प्रयास करने का संकल्प भी दिलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसा करने के पीछे मंत्रालय के कई उद्देश्य हैं। मंत्रालय चाहता है कि गंगा की सफाई के प्रति स्कूली बच्चों में जागरूकता बढ़े, ताकि वे अन्य लोगों को जागरूक कर सकें। साथ ही गंगा की सफाई के लिए उनसे सुझाव भी लिए जा सकें। मंत्रालय ने गंगा किनारे रहने वाले लोगों को गंगा प्रहरी बनाया था। अब गंगा से 20 किलोमीटर दूर तक रहने वाले लोगों को Þगंगा मित्र'बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों से पहले स्वयं सेवक बनने के संकल्प पत्र भरवाकर इस अभियान की शुरुआत की जाएगी।

--संकल्प पत्र के ¨बदु

- न मैं, मां गंगा को मैली करूंगा, न किसी को करने दूंगा।

- मैं, सभी धर्मों को मानने वालों को मां गंगा को निर्मल रखने के लिए प्रेरित करूंगा।

- मैं, लोगों को प्रेरित करूंगा कि वह अंतिम संस्कार श्मशान घाट पर ही करें।

- मूर्ति एवं ठोस पूजा सामग्री गंगा में विसर्जित न करें।

- गंगा में स्नान के समय साबुन और डिटरजेंट पाउडर का प्रयोग न करें।

- तट पर स्थित उद्योगों द्वारा जहरीला पानी मां गंगा में जाने से रोकने के लिए प्रयास करूंगा।

- गंगा की सफाई से संबंधित जानकारी एवं सुझाव नियमित रूप से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन तक पहुंचाउंगा।

- सभी सामाजिक सहभागिता संगठन में अवैतनिक सेवाएं दूंगा।


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