गंगा ने येलो अलर्ट वाले निशान को पार किया
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर/ब्रजघाट पहाड़ों पर हो रही बारिश से जलस्तर में तेजी के साथ बढ
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर/ब्रजघाट
पहाड़ों पर हो रही बारिश से जलस्तर में तेजी के साथ बढ़ोतरी होने से येलो अलर्ट वाले निशान को पार कर गंगा नदी खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है। जिससे खादर क्षेत्र के गांवों में हर तरफ दहशत व्याप्त होने के साथ ही ग्रामीणों में बेचैनी बढ़ रही है।
उत्तराखंड के पहाड़ों पर झमाझम बारिश होने के साथ ही बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी चल रहा है, जिससे गंगा नदी का उफान तेजी से बढ़ रहा है। येलो अलर्ट वाला 198 मीटर का निशान पार कर अब गंगा नदी खतरे वाले निशान की तरफ बढ़ रही है, जो महज 30 सेंटीमीटर दूर रह गया है। इसके अलावा बिजनौर बैराज से शनिवार की दोपहर को दो लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया है, जिसके रविवार की सुबह तक गढ़-ब्रजघाट क्षेत्र में आने से गंगा के जलस्तर में कई सेंटीमीटर की बढ़ोतरी होनी तय मानी जा रही है। बाढ़ नियंत्रण आयोग और केंद्रीय जल निगम की टीम ने शनिवार दोपहर को ब्रजघाट गंगा के जलस्तर को नापा, जिन्होंने जलस्तर बढ़कर समुद्रतल से 198.22 मीटर तक पहुंचने से अब खतरे वाला निशान महज 30 सेंटीमीटर दूर होने की जानकारी दी।
अस्थायी स्नानघाट पानी में बहे
उत्तराखंड के पहाड़ों में हो रही बारिश से गंगा नदी का उफान तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते ब्रजघाट गंगा में पानी का बहाव लगातार बढ़ रहा है, जिसके कारण गंगा की जलधारा के बीच रेतीले टापू में बने कई अस्थायी स्नानघाट और उनमें रखा सभी सामान पानी की जद में आने के बाद तेज बहाव के साथ बह गया।
संपर्क रास्तों पर हुआ जलभराव
गंगा में उफान बढ़ने से गड़ावली, चक लठीरा, नयाबांस, आरकपुर, बख्तावरपुर, रामपुर न्यामतपुर, कुदैनी मंढैया, काकाठेर मंढैया, रामसिंह मंढैया, मोहम्मदपुर शाकरपुर, इनायतपुर का हजारों बीघा निचला जंगल जलमग्न हो गया है, जबकि जंगल से जुड़े कई संपर्क रास्ते भी पानी की जद में घिर गए हैं। जिससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत के साथ ही खेतों से पशुओं के लिए चारा लाने में खूब दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने तहसीलदार विवेक भदौरिया, नायब तहसीलदार वैशाली, कोतवाल शीलेश कुमार और राजस्व टीम के साथ लठीरा के कच्चे घाट, ब्रजघाट, काकाठेर मंढैया, नयागांव, शाकरपुर, नयाबांस, अब्दुल्लापुर, न्यामतपुर समेत खादर क्षेत्र से जुड़े कई बाढ़ संभावित कई गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। बाढ़ संभावित गांवों में रहने वालों को पूरी तरह चौकसी बरतने की हिदायत दी, जबकि हल्का लेखपालों समेत राजस्व कर्मियों को गंगा की तलहटी में बसे गांवों के जंगल में हो रहे जलभराव की स्थिति की निगरानी कर तहसील प्रशासन को रिपोर्ट मुहैया कराने का निर्देश भी दिया। आवागमन से जुड़े मुख्य रास्तों पर जलभराव होने की दशा में संबंधित गांवों को नाव उपलब्ध कराने का भरोसा भी दिया गया। खादर क्षेत्र में अलर्ट घोषित करते हुए गंगा के रेतीले टापू में बसे गांव गंगानगर और प्रेमनगर में रहने वाले परिवारों को पूरी सावधानी बरतने के साथ ही जलस्तर में और बढ़ोतरी होने पर अविलंब सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का अल्टीमेटम भी दिया गया है। एसडीएम ने बताया कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नाव भी मुहैया कराई जाएंगी, हालांकि गांवों में रहने वाले बंगाली विस्थापित समुदाय के लोग फिलहाल अपने घर-बार छोड़कर दूसरे स्थानों पर जाने को तैयार नहीं हैं। पालिकाध्यक्ष सोना सिंह और अधिशासी अधिकारी संजीवन राम ने ब्रजघाट तीर्थनगरी का दौरा कर गंगा में बढ़ रहे उफान का जायजा लिया। पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव चालकों से पूरी सावधानी के साथ ही सवारियों को लाइफ सेविग जैकेट उपलब्ध कराने, बीच जलधारा में नाव न ले जाने, क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने और नावों की फिटनेस रखने का निर्देश दिया। इसके अलावा किनारे पर बैठने वाले पुरोहितों समेत विभिन्न कामकाज करने वालों को भी पूरी तरह चौकस रहने की हिदायत दी गई है।