फॉल्ट सही न होने पर बिजली घर पर की जमकर तोड़फोड़
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम खेड़ा बिजली घर पर फाल्ट जल्द सही न करने से गुस्साएं ग्रामीण और एक मंदिर के बाबा बिजली घर पर पहुंच गए। आरोप है कि आरोपित ने बिजली घर में तोड़फोड़ कर कर्मचारियों को बंधक जमकर मारपीट कर सिखैड़ा मंदिर पर ले गए। दो कर्मचारियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया दिया गया है। अवर अभियंता ने इस संबंध में मंदिर के बाबा समेत तीन लोगों को नामजद करते हुए तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य
संवाद सहयोगी, पिलखुवा :
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम खेड़ा बिजली घर पर फॉल्ट जल्द सही न करने से गुस्साए ग्रामीणों और एक मंदिर के बाबा बिजली घर पर पहुंच गए। आरोप है कि आरोपितों ने बिजली घर में तोड़फोड़ कर कर्मचारियों को बंधक बनाकर जमकर मारपीट कर के सिखैड़ा मंदिर पर ले गए। दो कर्मचारियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अवर अभियंता ने इस संबंध में मंदिर के बाबा समेत तीन लोगों को नामजद करते हुए तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, मशीनरी तोड़ने, मोबाइल छीनने आदि आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अवर अभियंता राधेश्याम यादव ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह विद्युत उपकेंद्र खेड़ा-द्वितीय पर तैनात हैं। 13 जुलाई की रात को करीब 10.34 पर उनके सीयूजी नंबर पर एक फोन नंबर से कॉल आई, जिस पर बताया गया कि वह ग्राम सिखैड़ा से ब्रह्मगिरी महाराज बोल रहे हैं और गंदी-गंदी गालियां देने लगे, जिसकी रिकॉर्डिग उनके मोबाइल में मौजूद है। इसके कुछ ही देर बाद सिखैड़ा निवासी ब्रह्मगिरी, राकेश तोमर, समेत चार अन्य लोग लाठी-डंडे, लोहे की रॉड लेकर उपकेंद्र पर पहुंचे। उपकेंद्र पर कर्मचारी सोनू, गोविद के साथ अभद्र व्यवहार किया। कर्मचारियों ने डर के मारे गेट नहीं खोला तो गेट तोड़ कर कर्मचारियों के साथ जमकर मारपीट की और हत्या का प्रयास किया। उपकेंद्र की लॉगशीट फाड़ कर मशीनों में तोड़फोड़ कर दी। दोनों कर्मचारियों को आरोपित बंधक बनाकर अपने साथ सिखैड़ा मंदिर पर ले गए और मोबाइल फोन छीन लिया। इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने 112 पर कॉल की तब पुलिस मौके पर पहुचीं और कर्मचारियों को अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती कराया।
थाना प्रभारी निरीक्षक महावीर चौहान ने बताया कि घटना का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मोबाइल फोन मिल गए हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उधर इस घटना क लेकर ऊर्जा निगम के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।