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दाम घोषित हुए बिना उधार गन्ना बेच रहे हैं किसान

संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के किसानों को गन्ने की फसल का चीनी मिलों द्वारा क्या भाव दिय

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 07:36 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 07:36 PM (IST)
दाम घोषित हुए बिना उधार गन्ना बेच रहे हैं किसान
दाम घोषित हुए बिना उधार गन्ना बेच रहे हैं किसान

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर

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क्षेत्र के किसानों को गन्ने की फसल का चीनी मिलों द्वारा क्या भाव दिया जाएगा यह अभी तय नहीं है। किसान नए सत्र में पिछले वर्ष घोषित समर्थन मूल्य के आधार पर चीनी मिलों पर गन्ने की तौल बेच रहे हैं। पिछले साल का मिल पर करोड़ों रुपये अभी तक नहीं मिला है। वहीं, इस साल भी गन्ना तो खरीदा जा रहा है, लेकिन अभी तक भुगतान मिलना शुरू नहीं हुआ है। किसान अपनी जरूरते पूरी करने को कोल्हू और माफिया को गन्ना बेचने पर मजबूर हैं। बता दिया जाए कि पिछले वर्ष किसानों को सामान्य गन्ने का मूल्य 315 रुपये क्विटल और पेड़ी का रेट 325 रुपये क्विटल मिला था। चीनी मिलों पर गन्ना बेचकर किसानों ने अपना सालभर का बजट भी बना लिया था। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से लेकर वैवाहिक आयोजन तक की लिस्ट बना ली थी। कोरोना का संकट उत्पन्न हो गया और चीनी मिलों पर हजारों किसानों का अब भी करोड़ो रुपये फंसा हुआ है। सिभावली चीनी मिल पर किसानों का पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान का 132 करोड़ रुपये बकाया है। आर्थिक संकट से उबरने को अपनी ही उपज का मूल्य पाने के लिए किसान प्रशासन और चीनी मिलों की तरफ आशा भरी निगाहें लगाए हुए बैठा है। चीनी मिलों से भरोसा दिलाया जा रहा है कि चीनी की बिक्री शुरू होते भुगतान भी होने लगेगा, लेकिन कब इसका जवाब अभी तक नहीं मिल सका है। सिभावली चीनी मिल ने अब तक 18 लाख 64 हजार 740 कुंतल गन्ना खरीदा गया है। -- क्या कहते हैं किसान

-- पिछले वर्ष का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। इस वर्ष गन्ना तो खरीद रहे हैं। समर्थन मूल्य अभी तक घोषित नहीं किया है। दाम बढ़ेगा या पिछली साल का रेट मिलेगा कुछ पता नहीं। -दिनेश खेड़ा भाकियू मंडल प्रवक्ता -- सरकार तो किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह रही है। पिछले वर्ष का भुगतान मिला नहीं है। इस साल कब तक किस रेट पर भुगतान मिलेगा कोई बताने वाला नहीं है। -अजय त्यागी किसान --हमारी उपज का रेट सरकार तय कर रही है, लेकिन वह भी समय से नहीं मिल पा रहा है। सरकार ने इस साल अभी तक गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया है। -पवन हुंण जिलाध्यक्ष भाकियू भानू गुट क्या कहते हैं अधिकारी

चीनी मिल पर किसानों का बकाया भुगतान कराने को दबाव बना रहे हैं। मिल अधिकारियों से शीघ्र ही वार्ता कर जल्द से जल्द भुगतान किया जाएगा।- विजय वर्धन तोमर एसडीएम


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