कृषि विधेयकों के विरोध में किसान संगठनों का चक्का जाम
जागरण संवाददाता हापुड़ कृषि सुधार विधेयकों के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों की ओर
जागरण संवाददाता, हापुड़
कृषि सुधार विधेयकों के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों की ओर से लड़ाई जारी है। नियोजित कार्यक्रम के अंतर्गत बृहस्पतिवार को ततारपुर बाइपास स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को चक्का जाम कर दिया। इसके चलते दिल्ली-लखनऊ की ओर आने-जाने वाले वाहनों के पहिए भी थम गए। इससे लोगों को एक बार फिर बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब पौने दो घंटे चक्का जाम करने के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर सत्य प्रकाश को संगठनों के प्रतिनिधियों ने ज्ञापन सौंपकर मार्ग को खोल दिया। संसद से पास तीन कृषि विधेयकों के विरोध में किसान संगठन लामबंद हैं। किसान नेता सरदार वीएम सिंह ने पिछले दिनों पांच नवंबर को देशव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया था। इसके लिए संगठनों के पदाधिकारियों ने बैठक भी की है। चक्का जाम की सूचना पर पुलिस-प्रशासन ने भी पहले से तैयारी कर रखी थी। पुलिस ने बुलंदशहर बाईपास, निजामपुर बाइपास और ततारपुर बाईपास से वाहनों का रूट डायवर्जन कर रखा था। नियोजित कार्यक्रम के अंतर्गत बृहस्पतिवार को जनपद में चक्का जाम किया गया। दोपहर करीब एक बजे किसान संगठनों के पदाधिकारी सैकड़ों किसानों के साथ ततारपुर बाइपास स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर बैठ गए। किसानों ने कृषि सुधार विधेयकों को वापस लेने की मांग की और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके चलते दिल्ली से लखनऊ और लखनऊ से दिल्ली की ओर आने-जाने वाले वाहनों के पहिए थम गए। देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। किसान यूनियन असली के जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह सिरोही ने कहा कि कृषि सुधार विधेयक किसानों के हित में नहीं है। इसके दूरगामी परिणाम किसानों के लिए बड़े घातक होंगे। राष्ट्रीय सैनिक संस्था के जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी ने कहा कि तीनों विधेयक किसानों के हितों पर भारी कुठाराघात होंगे। प्रधान संगठन के अध्यक्ष नानक चंद शर्मा ने कहा कि किसान पहले से ही डीजल के बढ़े हुए दाम व उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाने से घाटे में चल रहा है, जिससे किसानों व उनके बच्चों में यह धारणा बन चुकी है कि खेती बहुत घाटे का काम है। इस मौके पर त्यागी ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज त्यागी, चौधरी नरेंद्र सिंह, बलविदर सिंह ज्ञानी, मुकुल त्यागी, विरेश वीर सिंह, वीरपाल सिंह, रवि कुमार, तरुण राम, निर्मल सिंह, सरदार अमरीक सिंह, अनिल कुमार, देवेंद्र हूण आजाद आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे। इसके बाद उपजिलाधिकारी सदर सत्य प्रकाश को ज्ञापन सौंपा। करीब तीन बजे चक्का जाम समाप्त हुआ। जाम खुलने के बाद वाहनों में सवार लोगों ने राहत की सांस ली।