कोरोना काल में बढ़ा डिजिटल भुगतान, राह हुई आसान
कोरोना काल में जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। लेकिन कोरोना से बचने के लिए इस दौरान कैशलेस व्यापार को बढ़ावा मिला है। यही कारण है कि शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक में डिजिटल भुगतान अब होने लगा है। बड़े और छोटे व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर डिजिटल भुगतान के लिए स्वाइप मशीन और मोबाइल एप का सहारा लिया जा रहा है। इससे बाजार में नोटों का प्रचलन भी कुछ कम
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
कोरोना काल में जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन कोरोना से बचने के लिए इस दौरान कैशलेस व्यापार को बढ़ावा मिला है। यही कारण है कि शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक में डिजिटल भुगतान अब होने लगा है। बड़े और छोटे व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर डिजिटल भुगतान के लिए स्वाइप मशीन और मोबाइल एप का सहारा लिया जा रहा है। इससे बाजार में नोटों का प्रचलन भी कुछ कम हुआ है। बैंकों के अनुसार अब प्रत्येक बैंक के कम से कम तीस प्रतिशत ग्राहक डिजिटल भुगतान कर रहे हैं। यही कारण है कि बैंक भी प्रतिदिन डिजिटल भुगतान को आसान बनाने का कार्य कर रहे हैं।
डिजिटल लेनदेन को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही थी, लेकिन कोरोना महामारी ने सरकार की इस चुनौती को कम किया है। कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों ने डिजिटल भुगतान का सहारा लिया है। इससे बाजारों में खरीदारी के तौर-तरीके भी बदल गए हैं। छोटी से छोटी वस्तुओं की खरीद के लिए लोग मोबाइल एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। नगर के पंजाब नेशनल बैंक के एक ब्रांच के अधिकारी के अनुसार माह में कम से कम 25 से 30 लाख रुपये का डिजिटल भुगतान मोबाइल एप के जरिए होता है। इसके अलावा प्रतिदिन 10 लाख रुपये का भुगतान एटीएम के जरिए होता है। गांवों में बैंक की ओर से 18 कर्मचारी लगाए गए हैं, जो खाता खोलने, 10 हजार तक का भुगतान करने और 25 हजार तक खाते में जमा करने का कार्य करते हैं। इसके अलावा 42 पॉश मशीनों के जरिए डिजिटल भुगतान हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन डिजिटल भुगतान बढ़ रहा है। सरकार भी डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता पर रख रही है। इससे सरकार की राह भी आसान हुई है।
बता दें, कि डिजिटल भुगतान के लिए लोग पेटीएम, गूगल पे, फोन पे जैसे एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। कई ठेलों पर भी डिजिटल भुगतान के लिए विभिन्न मोबाइल एप का इस्तेमाल होता है। इससे व्यापारी और ग्राहक दोनों को ही लाभ मिल रहा है। हालांकि, इस कारण ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़े हैं। वहीं, इन दिनों में डेबिट और क्रेडिट कार्ड बनवाने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
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डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने का प्रयास अधिक से अधिक होना चाहिए। ऑनलाइन भुगतान पर कोई टैक्स न लिया जाए। इससे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा निश्चित ही मिलेगा। - रजत बत्रा, व्यापारी
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डिजिटल भुगतान से चोरी और लूट जैसी घटनाएं व्यापारियों से कम हुई हैं, लेकिन साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसे रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए। - आयुष वर्मा, मेडिकल स्टोर स्वामी
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ग्राहकों को डिजिटल भुगतान से लाभ मिल रहा है। कई प्रकार के ऑफर भी दिए जाते हैं। प्रत्येक दुकान पर स्वाइप मशीन लगाना अनिवार्य कर दिया जाए। - चंद्र, ग्राहक
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दुकानों व ठेलों पर भी मोबाइल एप का इस्तेमाल डिजिटल भुगतान के लिए होना चाहिए। इससे कैशलेस व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। डिजिटल भुगतान पर कोई चार्ज न लगाया जाए। - राजीव शिशौदिया, ग्राहक
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क्या कहते हैं अधिकारी -
बैंकों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिला है। सभी बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ग्राहकों का सहयोग करें। डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। - आशुतोष त्रिपाठी, जिला अग्रणी बैंक के अधिकारी