संदिग्ध दशा में लगी आग में जलकर हुई बच्ची की मौत
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर सिभावली क्षेत्र के गांव रझैड़ा के जंगल में संदिग्ध दशा में लगी आग
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
सिभावली क्षेत्र के गांव रझैड़ा के जंगल में संदिग्ध दशा में लगी आग में झुलसी बच्ची की मौत हो गई। पांच झोपड़ियों समेत उनमें रखा घरेलू सामान जलकर राख हो गया। इस दौरान महिला बच्चों समेत बीस से अधिक श्रमिक आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। मूलरूप से जनपद लखीमपुर खीरी के थाना सिगोही के गांव बथुआ टांडा में रहने वाला मंजूर अली कई माह पहले सिभावली क्षेत्र के गांव रझैड़ा में आया था, जो पत्नी चुन्नी, बेटी सोनी, शहनाज, जूही, बेटे अबरार और बिट्टू के साथ गांव के जंगल में झोपड़ी डालकर क्षेत्र के गांव सैना के किसान कुलदीप सिरोही के खेतों में गन्ने की कटाई में मजदूरी कर रहा था। मंजूर अली के अलावा भी उसके ही गांव के अब्दुल गफूर, रिजवान, रहमान, सरताज भी पास में झोपड़ी डालकर अपने स्वजन के साथ किसान के खेतों में गन्ने की कटाई का काम कर रहे हैं। कामकाज के बाद उक्त सभी श्रमिक खाना खाकर शुक्रवार की रात स्वजन के साथ अपनी झोपड़ियों में सोए हुए थे। करीब साढ़े 11 बजे संदिग्ध दशा में मंजूर की झोपड़ी में आग लग गई, जिसने कुछ ही मिनटों के भीतर पास में बनीं चारों झोपड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
गहरी नींद में सो रहे श्रमिक और उनके स्वजन अपनी जान बचाने को झोपड़ियों से निकलकर बाहर की तरफ भागे, परंतु इस दौरान मंजूर की छह वर्षीय बेटी सोनी आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गई, जबकि श्रमिकों समेत उनके बीस से भी अधिक स्वजन आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। आग की चपेट में आकर झुलसी मासूम सोनी को उसका पिता आनन फानन में सिभावली स्थित अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले गया, परंतु उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
हादसे की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी राहुल चौधरी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। श्रमिकों की झोपड़ियों में आग किस कारण से लगी है, फिलहाल इस संबंध में कोई जानकारी नहीं हो पाई है। थाना प्रभारी ने बताया कि श्रमिकों की झोपडिय़ों में लगी आग के संबंध में जांच कराई जा रही है, जिसके बाद ही आग लगने का कारण स्पष्ट होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवारों को मिलेगी आर्थिक सहायता
एसडीएम विजय वर्धन तोमर का कहना है कि आग लगने की घटना में 6 वर्षीय बच्ची की मौत होने के साथ ही पांच श्रमिकों की झोपड़ी और उनमें रखा घरेलू उपयोग का सारा सामान जलकर राख होने की दुखद घटना हुई है। उन्होंने बताया कि पीड़ित श्रमिक परिवारों को शासन स्तर से हरसंभव नियमानुसार आर्थिक मदद दिलाने के लिए हल्का लेखपाल और राजस्व विभाग से जांच कराकर रिपोर्ट भिजवाई जाएगी।