रेलवे रोड फाटक पर आरओबी बनने से शहर के विकास को मिलेगी रफ्तार
संवाद सहयोगी पिलखुवा रेलवे रोड स्थित फाटक पर ओवरब्रिज बनने से हैंडलूम नगरी के विका
संवाद सहयोगी, पिलखुवा:
रेलवे रोड स्थित फाटक पर ओवरब्रिज बनने से हैंडलूम नगरी के विकास को रफ्तार मिलेगी। इसी तरह रेलवे प्रशासन ने गांधी बाजार रेलवे क्रासिग पर आरओबी बनाकर शहरवासियों को राहत पहुंचाने का कार्य किया था। इसी तरह अब रेलवे रोड पर आरओबी की जरूरत बढ़ती जा रही है। फाटक पर ओवरब्रिज बनने से शहर वासियों को फाटक बंद के दौरान होने वाली समस्याओं से निजात मिलेगी।
दरअसल, दिल्ली- मुरादाबाद रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही अधिक होने के कारण फाटक अक्सर बंद रहता है। इसके चलते लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार आमने-सामने से ट्रेन आने के कारण फाटक 45-45 मिनट तक बंद हो जाता है और अनेक बार स्टेशन पर सिग्नल नहीं मिलने के चलते फाटक के बीचोबीच ट्रेन या मालगाड़ी रुक जाती है। इस कारण लंबे समय लोगों को फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता है या अन्य मार्गों के रास्ते आवागमन करने को मजबूर होना पड़ता है। फाटक से रोजाना लगभग बीस हजार की आबादी आवाजाही करती है। सबसे अधिक परेशानी दोपहर में 12 और तीन बजे होती है। मार्ग पर चार इंटर कालेज है। इन कालेजों में वर्तमान में कक्षा नौ से 12 वीं तक कक्षाएं संचालित हैं। छुट्टी के समय अक्सर ट्रेनों की आवाजाही होने के कारण फाटक बंद रहता है।
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शहरवासी मांग रहे आरओबी
- रेलवे रोड शहर का सबसे चौड़ा मार्ग है। सभी तरह के सामान की दुकान है। अक्सर फाटक बंद होने के कारण ग्राहक रोड पर आने से कतराते हैं। -- नपीस सेफी रेलवे रोड फाटक पर आरओबी के निर्माण से शहर के विकास में चार-चांद लग जाएंगे और शहर वासियों को बड़ी राहत मिलेगी। फाटक पर आरओबी जरूरी हो गया है।
-- अनिल तोमर दशकों से रेलवे रोड, जीएस और परतापुर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज के निर्माण की मांग चली आ रही है। लेकिन रेलवे प्रशासन मांग को अनसुनी किए हैं।
-- नरेश सोम दिल्ली- मुरादाबाद पर ट्रेनों की आवाजाही अधिक है। स्टेशन भी नजदीक है। ऐसे में रेलवे रोड स्थित फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण बेहद जरूरी है।
-- संजीव कुमार
क्या कहते हैं डीआरएम
रेलवे ट्रैक को फाटक मुक्त करने की दिशा में कार्य चल रहा है। हालांकि अभी फिलहाल में पिलखुवा के रेलवे रोड स्थित फाटक पर आरओबी का कोई प्रस्ताव नहीं है। मंत्रालय से प्रस्ताव मिलने के बाद मौके पर निरीक्षण कर उचित समाधान निकाला जाएगा।
-- तरूण प्रकाश, डीआरएम, मुरादाबाद