हापुड़ और पिलखुवा में भी पूरा हुआ सिटिजन फीडबैक
जागरण संवाददाता हापुड़ स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 को लेकर नगर पालिकाएं जिले में गंभीर नजर
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 को लेकर नगर पालिकाएं जिले में गंभीर नजर आ रही हैं, क्योंकि प्रतिदिन सफाई अभियान के साथ ही सार्वजनिक शौचालयों आदि की सफाई से लेकर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को मजबूत किया जा रहा है। इसी बीच क्वालिटी काउंसलिग आफ इंडिया की टीम ने अब गुपचुप तरीके से पिलखुवा और हापुड़ में भी सिटीजन फीडबैक के कार्य को अंजाम दे दिया है। जिसके बाद अब जीएफसी (गारबेज फ्री सिटी) की टीम भी यहां पहुंचेगी और सर्वे का काम जल्द ही शुरू होगा। उधर, गढ़मुक्तेश्वर नगर पालिका क्षेत्र में फिर से सिटीजन फीडबैक का कार्य शुरू हुआ है।
बीते चार सालों से केंद्र सरकार की टीम शहरों की सफाई व्यवस्था को लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण करा रही है। जिससे कि शहरों में साफ-सफाई की स्थिति का सही आंकलन हो सके। इसके लिए हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाता है। इसी प्रकार इस बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हुआ है लेकिन, इस बार सर्वेक्षण के कुछ नियम बदल दिए गए हैं। सर्वेक्षण के तहत छह हजार अंक में से अंक दिए जाएंगे। जिसमें सिटीजन फीडबैक के कालम में 1800 में से अंक दिए जाएंगे। पिछले दिनों क्वालिटी काउंसलिग आफ इंडिया की टीम जिले में पहुंची थी। इस टीम ने बाबूगढ़ और गढ़ में सिटीजन फीडबैक का काम किया था। इसी के साथ जीएफसी (गारबेज फ्री सिटी) की टीम भी पहुंची थी। इस टीम ने बाबूगढ़ और गढ़मुक्तेश्वर में डोर टू डोर सर्वे का काम किया है।
वहीं, दो दिन पहले क्वालिटी काउंसलिग आफ इंडिया की टीम ने पिलखुवा और हापुड़ में भी गुपचुप तरीके से सिटीजन फीडबैक का काम पूरा किया है, जिसमें लोगों से शहर की स्वच्छता संबंधी और स्वच्छता एप डाउनलोड है या नहीं, इसके बारे में सवाल किए थे। हालांकि, जीएफसी (गारबेज फ्री सिटी) की टीम ने पिलखुवा और हापुड़ में अभी सर्वे नहीं किया है। इससे पहले ही टीम मुरादनगर नगर पालिका पहुंच गई है। जीएफसी की टीम का यह है काम -
यह टीम शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन हो रहा है या नहीं, एमआरएफ सेंटर, सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई, कूड़ेदानों की स्थिति, ठोस कूड़े का प्रबंधन आदि के बारे में सीधा सर्वे करेगी। क्या कहते हैं अधिकारी -
हापुड़ और पिलखुवा नगर पालिका क्षेत्र में भी सिटीजन फीडबैक का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में अब जीएफसी की टीम कभी भी जिले में पहुंच सकती है। इसके लिए नगर पालिका की टीमें लगातार क्षेत्र में काम कर रही हैं। - अमित, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, स्वच्छ भारत मिशन