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ट्रेनों की लेटलतीफी से घट रहे मुसाफिर

ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच स्थानीय हापुड़ स्टेशन से यात्रियों की संख्या ¨नरतर घटती जा रही है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक्सप्रेस ट्रेनें घंटों की देरी से आ रही हैं। जबकि पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त किया जा रहा है। इन सबके पीछे यात्रियों की संख्याओं का कम होना बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 07:24 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 07:24 PM (IST)
ट्रेनों की लेटलतीफी से घट रहे मुसाफिर
ट्रेनों की लेटलतीफी से घट रहे मुसाफिर

जागरण संवाददाता, हापुड़ : ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच स्थानीय हापुड़ स्टेशन से यात्रियों की संख्या निरंतर घटती जा रही है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक्सप्रेस ट्रेनें घंटों की देरी से आ रही हैं। जबकि पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त किया जा रहा है। इन सबके पीछे यात्रियों की संख्याओं का कम होना बताया जा रहा है।

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पिछले करीब छह महीनों से ट्रेनों का शेड्यूल पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। मुरादाबाद की ओर से दिल्ली की तरफ जाने वाली अधिकांश ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों की देरी से चल रही है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक्सप्रेस ट्रेनों को जहां-तहां रोककर मालगाड़ियों को पास किया जा रहा है। इस संचालन का पूरा असर रेलवे की आय पर पड़ रहा है।

रेलवे अधिकारियों की मानें तो पिछले कुछ सालों से जिस प्रकार ट्रेनों का संचालन बेपटरी हो गया है। उससे यात्रियों की संख्या निरंतर घटती जा रही है। हापुड़ स्टेशन पर प्रतिदिन दो दर्जन से अधिक यात्री अपने आरक्षण टिकट रद्द करवा रहे हैं। इसलिए इसका सीधा असर रेलवे की आय पर पड़ रहा है। हापुड़ स्टेशन से प्रतिदिन चार से पांच हजार यात्री सफर करता है। अब इनकी संख्या भी निरंतर गिरती जा रही है।

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- क्या कहते हैं मंडल रेल प्रबंधक-

रेल यात्रियों की सुविधाओं पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। लोगों के अपने निजी वाहन भी हो गए हैं। जिस कारण यात्रियों की संख्या में कुछ कमी आई हैं। रेलवे लगातार यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं पर जोर दे रहा है। ट्रैक पर मरम्मत कार्य होने के चलते ट्रेनों को रद्द करना पड़ता है। एके ¨सघल, मंडल रेल प्रबंधक।


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