बेसिक शिक्षा विभाग की गलती शिक्षक-शिक्षिकाओं पर भारी
जागरण संवाददाता हापुड़ जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि लगभग 2
जागरण संवाददाता, हापुड़
जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि लगभग 20 शिक्षक-शिक्षिकाओं का वेतन पिछले दो माह से रोक रखा है। विभाग की दलील है कि पोर्टल पर उनके पैन कार्ड नंबर सही दर्ज नहीं हैं। शिक्षकों का आरोप है कि उन्होंने सही पैन कार्ड नंबर दिए थे, लेकिन बाबुओं ने एक ही पैन कार्ड नंबर दो शिक्षकों के नाम पर चढ़ा दिया। जिसके चलते वेतन जारी नहीं हो पा रहा है।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के शैक्षिक अभिलेख, पैन कार्ड, नियुक्ति पत्र आदि जमा कराए गए थे। विभाग ने उन दस्तावेजों को पोर्टल पर अपलोड किया था। जिसके बाद पता चला कि 20 शिक्षक-शिक्षिकाएं ऐसी हैं, जिनके पैन कार्ड नंबर गड़बड़ हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी अर्चना गुप्ता ने ऐसे सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का वेतन रोक दिया। वेतन रोके जाने पर शिक्षक-शिक्षिकाओं ने इसका विरोध किया। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कहा कि उन्होंने विभाग को पैन कार्ड की सही डिटेल उपलब्ध कराई थी। उन्होंने विभागीय लापरवाही बताते हुए वेतन जारी करने की मांग हुई। बीएसए ने मामला संज्ञान में आने पर जांच कराई। जांच में पता चला कि यह गड़बड़ी लिपिक के स्तर से हुई है। जिसके बाद बीएसए ने लेखाकार का स्पष्टीकरण तलब किया।
बीएसए अर्चना गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में है। गलती लिपिक के स्तर से हुई थी। गलती को सुधार लिया गया है। जल्द ही वेतन जारी हो जाएगा। इसके लिए शिक्षक नेता अनुज शर्मा, संजय शर्मा एवं संदीप सिरोही ने कई बार अधिकारियों से इस प्रकरण को उठाया था। वेतन रोके जाने वाले शिक्षकों में रेहाना परवीन, पूजा रानी, फिरोज बानो, नीता, अलका, ब्रजेश कुमार, आबिद आदि हैं।