आप कार्यकर्ताओं ने कृषि सुधार विधेयकों को वापस लेने की उठाई मांग
05एचपीआर-04 जागरण संवाददाता हापुड़ आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता शनिवार को कृषि सुधार
05एचपीआर-04 जागरण संवाददाता, हापुड़
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता शनिवार को कृषि सुधार विधेयकों के विरोध में पुरानी कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर को राष्ट्रपति के संबोधित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने केंद्र सरकार को सत्ता के नशे में चूर बताया। आप जिलाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि केंद्र सरकार सत्ता के नशे में पूरी तरह चूर है। सरकार देश के चुनिदा कारपोरेट घरानों के आर्थिक हित साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है और उसे न किसान की चिता है न जवान की। उन्होंने कहा कि इस कड़कड़ाती ठंड में देश के अन्नदाता किसान पिछले एक हफ्ते से भी अधिक समय से दिल्ली की सड़कों पर खुले आसमान के नीचे शांतिपूर्ण तरीके से धरनारत हैं, लेकिन केंद्र में बैठी सरकार बजाय पुख्ता समाधान करने के बजाय उनसे किश्तों में बात कर उन्हें बरगलाने की कोशिश कर रही है। जिला प्रवक्ता ऋषिपाल सैनी एडवोकेट ने कहा कि भाजपा सरकार अति आत्मविश्वास की शिकार है। सरकार लगातार फैसले ले रही है। कृषि कानूनों सहित सरकार का हर फैसला कही न कहीं देश के चुनिदा औद्योगिक घरानों को लाभांवित करने का काम कर रहा है। हाल में किसान विधेयकों को पारित करने के पीछे भी सरकार का यही मकसद है। कृषि उपजों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के प्रावधान को खत्म कर सरकार ने किसानों की पीठ में खंजर घोंपा है। किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुबोध शर्मा ने कहा कि सरकार हर किसान विरोधी फैंसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरेगी। सरकार को तीनों विधेयक वापस लेने होंगे। वहीं जिला महासचिव धर्मेंद्र राव ने कहा कि सरकार को स्वामिनाथन आयोग की रिपोर्ट को जितना जल्द हो लागू करना चाहिए। ज्ञापन सौंपने वालों में हीरालाल जैनवाल, मयंक सोलंकी, मनोज गुप्ता, आजाद, प्रभुपाल सिंह, मुस्लिम कुरैशी, ब्रह्मपाल सिंह, मनोज तोमर, शाहबाज, बिजेंद्र, रोहताश, टीकाराम उपाध्याय, अजय शर्मा आदि मौजूद रहे।