नकारा अफसरों की लगी क्लास, मुंह लटकाकर निकले कमरे से बाहर
जागरण संवाददाता हापुड़ मौका था प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री और प्रभारी मंत्री संदीप सिंह
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
मौका था प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री और प्रभारी मंत्री संदीप सिंह, जनप्रतिनिधियों और संगठन की समन्वय बैठक का, जिसमें एक-एक कर नकारा अधिकारियों को बुलाया गया। सभी ने मिलकर विभिन्न मुद्दों पर इनकी जमकर क्लास लगाई। एक-एक की क्लास लगने के बाद अधिकारी मुंह लटकाकर कमरे से बाहर निकलते गए, वहीं, एक-दूसरे से कमरे के अंदर का मिजाज जानने की कोशिश भी करते रहे। कमरे के बाहर बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं को अधिकारियों की फटकार के बाद सुकून मिला और वह हंसते दिखाई दिए।
दोपहर करीब एक बजे समन्वय बैठक सिचाई विभाग के गेस्ट हाउस में शुरू हुई। सबसे पहले ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता यूके सिंह और अधिशासी अभियंताओं को सिचाई विभाग के गेस्ट हाउस के एक कमरे में बुलाया गया। पिलखुवा के अधिशासी अभियंता के न आने पर प्रभारी मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई और उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए।
विधायक विजयपाल आढ़ती ने अधिकारियों पर जरूरी और सही कार्य भी न करने और लापरवाही का आरोप लगाया, जिसपर सभी को फटकार लगी। इसके बाद जिला गन्ना अधिकारी निधि गुप्ता को बुलाया गया। नगर पालिकाध्यक्ष प्रफुल्ल सारस्वत ने कहा कि किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं के धरने पर बैठते ही सिभावली चीनी मिल बकाया भुगतान कर देती है, लेकिन विधायक के कहने पर यह नहीं होता है। अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ही पार्टी और सरकार की बदनामी हो रही है। इसके बाद अभिहित अधिकारी पवन कुमार को बुलाया गया। पवन कुमार के कुर्सी पर बैठते ही अवैध उगाही से लेकर लाकडाउन और दीपावली पर व्यापारियों के शोषण तक के आरोप लगे। इस पर वह सफाई देते रहे, लेकिन उनकी भी क्लास लगी और कड़े शब्दों में चेतावनी देकर कमरे से बाहर भेज दिया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि वह कार्यकर्ताओं के फोन अवश्य उठाएं। इसके बाद उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश को बुलाया गया। उन्हें निर्देश दिए गए कि रामपुर रोड पर सरकारी जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को हटवाया जाए, जिससे कि सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण जल्दी हो सके। इस दौरान जनप्रतिनिधियों के अलावा संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।